Bhopal Metro का सफर हुआ शुरू, जानिए एम्स से सुभाष नगर तक का किराया, रूट और टाइमिंग

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By Raj RathorePublished On: December 21, 2025
Bhopal Metro

Bhopal Metro : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के निवासियों का लंबा इंतजार खत्म हो गया है। शहर में मेट्रो ट्रेन का कमर्शियल संचालन शुरू हो चुका है। अब आम जनता सुहाने सफर का आनंद ले सकेगी। पहले चरण में मेट्रो एम्स स्टेशन से सुभाष नगर स्टेशन के बीच चल रही है। इस सेवा के शुरू होने से शहर के व्यस्ततम मार्गों पर यातायात का दबाव कम होगा और लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी।

शनिवार को केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेट्रो ट्रेन का विधिवत उद्घाटन किया था। उद्घाटन के बाद उन्होंने स्कूली बच्चों के साथ सुभाष नगर से एम्स तक यात्रा भी की थी। अब यह सुविधा नियमित रूप से आम नागरिकों के लिए उपलब्ध है।

किराया और टिकट व्यवस्था

भोपाल मेट्रो का न्यूनतम किराया 20 रुपये निर्धारित किया गया है। वहीं, पूरे कॉरिडोर के चालू होने पर अधिकतम किराया 70 रुपये तक होगा। फिलहाल जो रूट शुरू हुआ है, उसमें पहले दो स्टेशनों तक जाने के लिए यात्रियों को 20 रुपये चुकाने होंगे।

तीन से चार स्टेशनों की यात्रा के लिए किराया 30 रुपये और पांच से आठ स्टेशनों तक के सफर के लिए 40 रुपये लगेगा। मेट्रो प्रबंधन ने साफ किया है कि इंदौर की तर्ज पर यहाँ किसी भी तरह की मुफ्त यात्रा या किराये में छूट नहीं दी जाएगी। टिकट व्यवस्था अभी पूरी तरह से मैन्युअल रखी गई है। यात्रियों को रेलवे स्टेशन की तरह काउंटर से ही टिकट खरीदना होगा। अभी ऑनलाइन या ऑटोमैटिक टिकटिंग सिस्टम शुरू नहीं किया गया है।

टाइमिंग और रूट

मेट्रो का संचालन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किया जाएगा। इस दौरान प्रतिदिन कुल 17 ट्रिप चलेंगी। पहले फेज में यह ट्रेन करीब 7 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस प्रायोरिटी कॉरिडोर (ऑरेंज लाइन) में कुल 8 एलिवेटेड स्टेशन बनाए गए हैं।

इन स्टेशनों में एम्स, अलकापुरी, डीआरएम ऑफिस, रानी कमलापति स्टेशन, एमपी नगर, बोर्ड ऑफिस चौराहा, केंद्रीय विद्यालय और सुभाष नगर शामिल हैं। इस रूट का सबसे ज्यादा फायदा उन यात्रियों को मिलेगा जो रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर उतरकर एम्स या एमपी नगर जैसे व्यावसायिक क्षेत्रों में जाना चाहते हैं।

रफ्तार और सुविधाएं

सुभाष नगर से एम्स के बीच मेट्रो की न्यूनतम गति 30 किलोमीटर प्रति घंटा और अधिकतम गति 80 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। हालांकि, ट्रायल रन के दौरान इसे 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से भी परखा गया था। यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो कोच पूरी तरह वातानुकूलित हैं।

इनमें आरामदायक सीटिंग, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और ऑडियो-विजुअल सूचना प्रणाली जैसी स्मार्ट सुविधाएं मौजूद हैं। स्टेशनों पर हाई-स्पीड लिफ्ट, एस्केलेटर और दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था है। सुरक्षा के लिहाज से एआई आधारित सीसीटीवी कैमरे और प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाए गए हैं।

पार्किंग की सुविधा नहीं

मेट्रो स्टेशनों पर फिलहाल पार्किंग की व्यवस्था नहीं मिलेगी। डीपीआर में पार्किंग का प्रावधान नहीं होने के कारण स्टेशनों पर केवल ‘पिक एंड ड्रॉप’ की सुविधा ही उपलब्ध रहेगी। अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुविधा के लिए अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट के साथ बेहतर तालमेल बनाने की योजना है।

भविष्य की योजनाएं

भोपाल मेट्रो परियोजना की कुल लंबाई 30.8 किलोमीटर है। इसमें दो कॉरिडोर, ऑरेंज लाइन (16.74 किमी) और ब्लू लाइन (14.16 किमी) शामिल हैं। इस पूरी परियोजना की अनुमानित लागत 10 हजार 33 करोड़ रुपये है। अभी जिस ऑरेंज लाइन के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर संचालन शुरू हुआ है, उस पर 2 हजार 225 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।

अनुमान है कि इस कॉरिडोर पर हर दिन लगभग 3 हजार यात्री सफर करेंगे। आने वाले समय में ऑरेंज लाइन का विस्तार सुभाष नगर से करोंद तक और ब्लू लाइन का काम भदभदा से रत्नागिरी तक तेजी से पूरा किया जाएगा।