मध्यप्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में गुरुवार देर रात दिल दहला देने वाली घटना घटी। सेक्टर-3 स्थित शिवम् इंडस्ट्रीज में अचानक आग भड़क उठी। देखते ही देखते आग ने पूरी बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया। आसमान में धुएं का बड़ा गुबार छा गया और आसपास के इलाके में भगदड़ मच गई। हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आया। एसडीएम, सीएसपी, थाना प्रभारी और नगर पालिका की फायर टीम तत्काल मौके पर पहुंची। रातभर की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था।
राख के ढेर में मिला भयावह सच: दो कंकाल मिले
जब अग्निशमन दल और पुलिस टीम ने सुबह घटनास्थल की जांच शुरू की, तो सभी सन्न रह गए। एक जले हुए टैंकर के नीचे दो कंकाल मिले। यह दृश्य इतना भयानक था कि मौके पर मौजूद अधिकारी और कर्मचारी कुछ देर के लिए स्तब्ध रह गए। पुलिस ने तुरंत क्षेत्र को सील किया और कंकालों को बाहर निकलवाया। शुरुआती जांच में पता चला कि दोनों मृतक फैक्ट्री में कार्यरत मजदूर थे, जो आग लगने के दौरान अंदर ही फंस गए थे और बाहर नहीं निकल सके। आग की तेज़ लपटों और धुएं के कारण उनकी मौत हो गई।
जांच में जुटी पुलिस और एफएसएल टीम
घटना की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल टीम धार से पीथमपुर पहुंची। टीम ने घटनास्थल से सैंपल इकट्ठा किए और टैंकर के आसपास के मलबे की वैज्ञानिक जांच शुरू की। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों कंकालों को भोपाल की फॉरेंसिक लैब भेजा जा सकता है, ताकि उनकी सही पहचान और मौत के कारणों का खुलासा हो सके। वहीं, पुलिस ने फैक्ट्री प्रबंधन से भी पूछताछ शुरू कर दी है कि आग कैसे लगी और उस वक्त सुरक्षा इंतज़ाम क्या थे।
मृतकों में एक की पहचान, दूसरा मजदूर अब भी अज्ञात
पुलिस ने बताया कि मृतकों में से एक की पहचान नीरज अहिरवार, निवासी सागर जिला, के रूप में हुई है। दूसरा मजदूर गुजरात का रहने वाला बताया जा रहा है, जिसकी पहचान के प्रयास जारी हैं। पुलिस अधिकारी उनके परिजनों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि दोनों मजदूर रात की पाली में काम कर रहे थे और हादसे के दौरान मौके पर ही फंस गए थे।
आग लगने के कारणों पर रहस्य बरकरार
फिलहाल आग लगने के कारणों का स्पष्ट खुलासा नहीं हो सका है। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, फैक्ट्री में मौजूद किसी केमिकल टैंक में शॉर्ट सर्किट या लीकेज से आग भड़की होगी। अधिकारियों ने बताया कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की जांच की जा रही है। अगर लापरवाही पाई गई तो प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इलाके में मातम और दहशत का माहौल
इस घटना के बाद पूरे पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में शोक और डर का माहौल है। आसपास के मजदूरों में दहशत फैल गई है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि फैक्ट्रियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे दोबारा न हों। फैक्ट्री परिसर के बाहर साथी मजदूरों ने अपने साथियों की याद में मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी।










