बाबा महाकाल की नगरी अब वन्यजीव और सफारी प्रेमियों के लिए नया आकर्षण केंद्र बनने जा रही है। मक्सी रोड स्थित ईको पार्क या नवलक्खी पार्क क्षेत्र में अंबानी समूह 200 हेक्टेयर भूमि पर आधुनिक जू और सफारी पार्क विकसित करने की योजना पर काम शुरू कर चुका है। 21 अक्टूबर को ग्लोबल जू एंड रेस्क्यू रिसर्च सेंटर (GZRRC), लैंडस्केप आर्किटेक्ट्स और अंबानी समूह की वनतारा टीम के सदस्यों ने स्थल का निरीक्षण किया।
धार्मिक थीम और प्रकृति संरक्षण का अनूठा संगम
यह देश का पहला ऐसा पार्क होगा, जहां धार्मिक आस्था और पर्यावरण संरक्षण का अनोखा मेल देखने को मिलेगा। महाकाल संकुल और पौराणिक जीव क्षेत्र जोन में भारतीय पौराणिकता और प्रकृति संरक्षण की परंपरा एक साथ साकार होगी।
ये था मोहन यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट
ईको पार्क को जू के रूप में विकसित करने की मंजूरी दे दी गई है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का जू और सफारी पार्क मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का सपना परियोजना है। 350 करोड़ रुपये की इस परियोजना का पहला चरण 25 करोड़ रुपये से शुरू किया गया है। निर्माण, मार्गदर्शन, पर्यावरण शिक्षा और रख-रखाव के हर कार्य में उज्जैन के युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य सरकार इस सफारी पार्क को ग्रीन टूरिज्म सर्किट (इंदौर-ओंकारेश्वर-उज्जैन) से जोड़ने की योजना बना रही है।
पार्क की खासियतें
उज्जैन को अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहचान: यह पार्क उज्जैन को सिंगापुर जू और सैन डिएगो सफारी पार्क जैसी वैश्विक पहचान देगा। पशु खुले और प्राकृतिक वातावरण में दिखाई देंगे, बिना स्पष्ट बाड़ या सीमाओं के।
डे-नाइट सफारी का अनोखा अनुभव: भारत में यह पहल पहली बार लागू होगी, जहां दिन और रात दोनों समय सफारी का अनुभव लिया जा सकेगा।
हरित और स्मार्ट तकनीक: पार्क में सौर ऊर्जा और वर्षा जल का उपयोग होगा, साथ ही डिजिटल मॉनिटरिंग के जरिए संचालन और सुरक्षा की निगरानी की जाएगी।








