अगर आप उज्जैन रेलवे स्टेशन से यात्रा करने वाले हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। रेलवे द्वारा उज्जैन यार्ड में रिमॉडलिंग का काम चल रहा है, जिसके कारण कई ट्रेनों के संचालन में अस्थायी बदलाव किए गए हैं। रेलवे प्रशासन ने 4 ट्रेनों को रद्द करने, 52 ट्रेनों को डायवर्ट रूट से चलाने और 12 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट करने का फैसला लिया है। ऐसे में यात्रियों को सलाह दी गई है कि यात्रा से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति की पुष्टि कर लें।
रिमॉडलिंग का समय और अवधि
उज्जैन रेलवे यार्ड में यह रिमॉडलिंग और नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य 11 से 15 अक्टूबर तक चलने वाला है। लगभग पांच दिनों तक चलने वाले इस कार्य के दौरान अप और डाउन ट्रैक दोनों की ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। यात्रियों को यह ध्यान रखना होगा कि इस अवधि में कुछ ट्रेनें रद्द होंगी और कुछ केवल शॉर्ट टर्मिनेट होकर चलेगी।
रद्द की गई ट्रेनें
रेलवे ने चार प्रमुख ट्रेनों को रद्द करने का निर्णय लिया है। इनमें शामिल हैं:
• 19341 नागदा-बीना एक्सप्रेस (11-15 अक्टूबर)
• 19342 बीना-नागदा एक्सप्रेस (12-16 अक्टूबर)
• 69214 इंदौर-उज्जैन पैसेंजर (11-15 अक्टूबर)
• 69213 उज्जैन-इंदौर पैसेंजर (11-15 अक्टूबर)
शॉर्ट टर्मिनेट / ओरिजिनेट ट्रेनें
इसके अलावा 12 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है या कुछ हिस्सों तक ही चलाया जाएगा। उदाहरण के लिए, गाड़ी संख्या 69211 उज्जैन-इंदौर पैसेंजर केवल फतेहाबाद चंद्रावतीगंज तक चलेगी। इसी तरह 69212 इंदौर-उज्जैन पैसेंजर फतेहाबाद चंद्रावतीगंज पर शॉर्ट टर्मिनेट होगी। अन्य ट्रेनें भी विभिन्न हिस्सों तक ही चलेंगी, ताकि रिमॉडलिंग कार्य सुचारू रूप से पूरा हो सके।
रिमॉडलिंग का उद्देश्य
उज्जैन यार्ड में यह कार्य स्टेशन के आधुनिकीकरण और भविष्य में ट्रेनों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए किया जा रहा है। प्लेटफॉर्म 7 और 8 को जोड़ने का काम इसी योजना का हिस्सा है। इससे ट्रेनों की मूवमेंट में सुधार होगा और देरी कम होगी।
नया अत्याधुनिक कंट्रोल टावर
रेलवे ने प्लेटफॉर्म नंबर 8 के पीछे नया कंट्रोल टावर भी तैयार किया है। यह पहले के टावर की तुलना में आधुनिक तकनीक, बेहतर सिग्नलिंग सिस्टम और सभी प्लेटफार्मों की कनेक्टिविटी के साथ लैस है। इस नई सुविधा के चलते आने वाले समय में ट्रेनों का संचालन और अधिक कुशल और सुरक्षित होगा।
यात्रियों के लिए जरूरी सलाह
रतलाम मंडल के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने बताया कि ब्लॉक और नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण 11 से 15 अक्टूबर तक कुछ ट्रेनें रद्द या शॉर्ट टर्मिनेट रहेंगी। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे NTES ऐप, रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से अपनी ट्रेन की स्थिति पहले जांच लें, ताकि यात्रा में किसी भी तरह की असुविधा न हो।