अगले 24 घंटों में इंदौर सहित इन 20 जिलों में होगी मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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By Pinal PatidarPublished On: October 5, 2025

मध्यप्रदेश में बारिश का सिलसिला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को भी आसमान से झमाझम बरसात का दौर जारी रहा। प्रदेश के पूर्वी और मध्य हिस्सों में जमकर बादल बरसे, जिससे कई जगह सड़कों पर पानी भर गया और ठंडक का अहसास बढ़ गया। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, नर्मदापुरम, जबलपुर, बैतूल, दतिया, रीवा, सागर, सतना, सीधी, शाजापुर, राजगढ़, देवास और आगर-मालवा जैसे 20 से ज्यादा जिलों में दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। राजधानी भोपाल में दोपहर बाद घने बादल छाए और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। इससे तापमान में गिरावट आई और मौसम सुहावना हो गया। वहीं हरदा और नर्मदापुरम जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान रिकॉर्ड तोड़ वर्षा दर्ज की गई।

मौसम विभाग का अलर्ट — हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा


मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में फिलहाल मानसून की विदाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन विदाई से पहले बादलों का एक और दौर सक्रिय हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश और बूंदाबांदी कई इलाकों में देखने को मिलेगी। हालांकि, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब धीरे-धीरे पीछे हटने लगा है और जल्द ही प्रदेश के कुछ हिस्सों से इसकी औपचारिक विदाई हो सकती है। इस साल 16 जून को मानसून ने मध्यप्रदेश में एंट्री की थी, जो कि सामान्य तिथि से एक दिन देर थी। मानसून ने इस बार जून से सितंबर तक औसत से अधिक वर्षा दी, जिससे प्रदेश के जलाशय लबालब हैं और फसलों को भी भरपूर नमी मिली है।

डिप्रेशन और साइक्लोनिक सिस्टम के कारण हुई भारी वर्षा

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले दो दिनों से प्रदेश में भारी वर्षा का मुख्य कारण बंगाल की खाड़ी से आया डिप्रेशन और उसके साथ बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन है। यह सिस्टम फिलहाल मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से पर सक्रिय है, जिससे लगातार बादल बने हुए हैं और नमी का स्तर बढ़ा है। इसके अलावा, एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम मध्यप्रदेश के दक्षिण और मध्य क्षेत्रों में प्रभाव डाल रहा है, जिसकी वजह से दशहरे के दिन भोपाल, बैतूल, नरसिंहपुर और दतिया जैसे जिलों में भी तेज बारिश दर्ज की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक ये दोनों सिस्टम कमजोर नहीं होते, तब तक छिटपुट वर्षा जारी रह सकती है।

आज कहां-कहां बरस सकते हैं बादल

मौसम विभाग ने रविवार के लिए जो पूर्वानुमान जारी किया है, उसके अनुसार आज भोपाल, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, शिवपुरी, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पन्ना, डिंडौरी और नरसिंहपुर सहित 20 जिलों में हल्की वर्षा और बूंदाबांदी की संभावना है। वहीं पश्चिमी मध्यप्रदेश जैसे खरगोन, धार, बड़वानी, झाबुआ और अलीराजपुर में बादल छाए रहेंगे, लेकिन बारिश के आसार अपेक्षाकृत कम रहेंगे।

तापमान में गिरावट, सुबह-शाम महसूस हो रही ठंडक

तेज बारिश के बीच तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। शनिवार को श्योपुर में दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो प्रदेश में सबसे अधिक था। ग्वालियर और गुना में तापमान 33.7°C, टीकमगढ़ में 32.8°C, जबकि भोपाल और नरसिंहपुर में अधिकतम तापमान 32.4°C दर्ज किया गया। रात के तापमान की बात करें तो छतरपुर के नौगांव में न्यूनतम तापमान केवल 20°C रहा, जो प्रदेश का सबसे कम आंकड़ा था। राजगढ़ और खंडवा में 20.4°C, धार में 21°C और इंदौर में 21.2°C दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में तापमान और नीचे जा सकता है, जिससे सुबह और रात के समय हल्की ठंडक बढ़ेगी।

अक्टूबर में मानसून की विदाई, लेकिन मौसम रहेगा सुहावना

अक्टूबर का पहला सप्ताह बीतते-बीतते दक्षिण-पश्चिम मानसून धीरे-धीरे प्रदेश को अलविदा कहेगा। हालांकि मानसून जाते-जाते भी कुछ जिलों में बौछारें देकर राहत जरूर देगा। उसके बाद उत्तर-पूर्वी हवाएं सक्रिय होंगी, जो ठंडक लेकर आएंगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार अक्टूबर के दूसरे हफ्ते से ही प्रदेश में गुलाबी सर्दी का अहसास शुरू हो सकता है। खासतौर पर भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में रात का तापमान 18°C तक गिर सकता है।