राजधानी भोपाल में खराब सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से जूझ रहे नागरिकों को जल्द ही राहत मिल सकती है। दिसंबर से शहर की सड़कों पर 100 नई इलेक्ट्रिक बसें दौड़ने की संभावना है। इसके लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं और पहले चरण में दो बस डिपो लगभग तैयार हो चुके हैं। वर्तमान में भोपाल में केवल सीमित संख्या में सिटी बसें चल रही हैं, जिससे यात्रियों को लंबा इंतजार और असुविधा उठानी पड़ती है। नए इलेक्ट्रिक बस बेड़े के परिचालन से यात्रियों को सस्ती, स्वच्छ और आरामदायक यात्रा का लाभ मिलेगा।
बसों की खासियत
- एक चार्ज में 250 किमी की यात्रा क्षमता
- प्रत्येक बस में 45 सीटों की सुविधा
- महिला, छात्र और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष ध्यान
- सीसीटीवी, जीपीएस और लाइव ट्रैकिंग से लैस बसें
- स्मार्ट पास और रियायती किराए की सुविधा
भोपाल की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में गिरावट
भोपाल में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था इस समय काफी कमजोर चल रही है। पहले शहर की सड़कों पर सैकड़ों लो-फ्लोर बसें चलती थीं, लेकिन अब उनकी संख्या घटकर केवल कुछ दर्जन रह गई है। लंबे समय तक खराब प्रबंधन और संसाधनों की कमी के कारण इस सेवा में सुधार की उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी हैं। अब पूरी निगाह इलेक्ट्रिक बसों पर है, जो दिसंबर से सड़कों पर परिचालन के लिए तैयार हो रही हैं।