नवरात्रि में गृह प्रवेश कर रहे हैं? तो शिफ्ट होने से पहले जान लें ये जरूरी वास्तु नियम

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By Swati BisenPublished On: September 24, 2025
Navratri Vastu

भारत में जब भी कोई नया घर लिया जाता है या किसी नए स्थान पर शिफ्टिंग की बात होती है, तो शुभ मुहूर्त की खोज शुरू हो जाती है। ऐसे में नवरात्रि एक ऐसा समय माना जाता है जब देवी की कृपा हर शुभ कार्य को विशेष बना देती है। गृह प्रवेश जैसे महत्वपूर्ण अवसर के लिए यह पर्व अत्यंत पवित्र और फलदायक माना गया है। मान्यता है कि इस समय नए घर में प्रवेश करने से मां लक्ष्मी का वास होता है और परिवार पर देवी दुर्गा का आशीर्वाद बना रहता है।

लेकिन केवल शुभ दिन ही काफी नहीं होता, बल्कि वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों का पालन भी उतना ही आवश्यक है। यदि वास्तु के अनुसार कुछ नियमों की अनदेखी हो जाए, तो इसके परिणाम उल्टे भी हो सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि नवरात्रि में गृह प्रवेश करते समय किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

गृह प्रवेश से पहले करें ये जरूरी कार्य

घर की पूरी तरह से सफाई और शुद्धिकरण

नए घर में कदम रखने से पहले पूरे घर की साफ-सफाई करें। इसके बाद गंगाजल, गौमूत्र या समुद्र के जल से पूरे घर में छिड़काव करें। यह प्रक्रिया घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और एक सकारात्मक, पवित्र वातावरण का निर्माण करती है।

मुख्य द्वार को बनाएं शुभता का प्रतीक

घर का मुख्य द्वार सकारात्मक ऊर्जा के आगमन का द्वार होता है। इसे शुभ बनाने के लिए आम, अशोक या केले के पत्तों से तोरण सजाएं और द्वार पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं। ये प्रतीक देवी लक्ष्मी के स्वागत और सौभाग्य की ओर संकेत करते हैं।

शुभ मुहूर्त में ही करें प्रवेश

नवरात्रि के दौरान गृह प्रवेश का समय अपने आप में शुभ माना जाता है, लेकिन फिर भी विशेष तिथि और नक्षत्र के अनुसार मुहूर्त निकलवाना चाहिए। किसी योग्य पंडित या ज्योतिषाचार्य से सलाह लेना सबसे उचित रहेगा।

गृह प्रवेश के समय ये धार्मिक कार्य करना न भूलें

कलश स्थापना करें उत्तर-पूर्व दिशा में

गृह प्रवेश के समय घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में कलश की स्थापना करना शुभ होता है। कलश में जल भरें, उसमें सुपारी डालें, आम के पत्ते रखें और ऊपर नारियल रखें। यह उपाय घर में समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाता है।

हवन और मंत्रों का आयोजन

हवन करना और वैदिक मंत्रों का उच्चारण करवाना बहुत जरूरी है। इससे न केवल वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि घर में छुपे हुए वास्तु दोष भी दूर होते हैं। मंत्रों की शक्ति से घर की ऊर्जा उच्च स्तर पर पहुंचती है।

प्रवेश करते समय दाहिने पैर से रखें पहला कदम

परंपरा के अनुसार, गृहिणी को घर में पहली बार दाहिने पैर से प्रवेश करना चाहिए। यह शुभ संकेत माना जाता है और ऐसा करने से देवी लक्ष्मी का घर में स्थायी वास माना जाता है।

गृह प्रवेश के बाद करें ये ज़रूरी उपाय

  • पहले दिन घर में कुछ मीठा या दूध और अनाज से बनी चीजें अवश्य बनाएं। यह नए जीवन की मिठास और समृद्धि का प्रतीक होता है।
  • घर में खाली बर्तन न रखें। यह दरिद्रता का संकेत माना जाता है।
  • शिफ्टिंग के बाद किसी भी प्रकार की कलह या तनावपूर्ण माहौल से बचें।
  • घर के उत्तर-पूर्व दिशा को हमेशा स्वच्छ और रोशन रखें। यह स्थान देवताओं का माना जाता है, और इसे गंदा या अव्यवस्थित रखने से नकारात्मक प्रभाव हो सकता है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।