इंदौर (Indore News) : इंदौर का ग्रामीण यांत्रिकी विभाग इन दिनों भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है इस विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जाता है और इसका सबसे बड़ा सबूत यह है कि ग्राम असरावद बुजुर्ग में एक पुलिया का निर्माण किया गया था जिसकी लागत 90 लाख थी लेकिन यह पुलिया कुछ ही समय बाद टूट गई इसको लेकर ग्रामीणों में बेहद रोष रहा।
वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पुलिया निर्माण में हुए घोटाले की जांच कराने का नाटक भी किया गया लेकिन अंततः कोरोना की आड़ में केस को दबा दिया गया और भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण मिल गया यहां पर कई अधिकारी ऐसे भी पदस्थ हैं जिनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही है इसके बावजूद उन्हें यहां से हटाया नहीं गया है।