इंदौर: कोरोना संक्रमण प्रतिरोधक क्षमता जानने के लिए करवाया जायेगा एन्टी बॉडी टेस्ट सीरो-सर्वेलेंस

Akanksha
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इंदौर 23 जुलाई, 2020
इंदौर जिले में कोरोना संक्रमण के संबंध में प्रतिरोधक क्षमता को जानने के लिये एन्टी बॉडी टेस्ट सीरो-सर्वेलेंस करवाया जायेगा। इसके लिये विभिन्न दलों का गठन होगा। इसके तहत ब्लड (सीरम) के नमूने लेकर जांच की जायेगी। जिले में कोरोना के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये समाज की सहभागिता को बढ़ाया जायेगा। उन्हें जागरूक किया जायेगा कि वे स्वयं आगे आकर जांच कराये। लक्षण दिखाई देने पर संबंधित चिकित्सकों को बताये तथा इलाज कराये। इंदौर में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है फिर भी विशेष सावधानी बरते और व्यापक इंतजाम रखने की जरूरत है।


यह निर्देश आज यहां अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा कोरोना के संबंध में इंदौर जिले के प्रभारी श्री मोहम्मद सुलेमान द्वारा दिये गये। बैठक में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक श्रोत्रिय, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहन सक्सेना, मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने इंदौर जिले में कोरोना की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने भविष्य की संभावनाओं तथा रणनीति पर चर्चा की। सुलेमान ने बैठक में इंदौर में अब तक किए गए कार्यों पर संतोष जताया। उन्होंने इंदौर में चलाए गए किल कोरोना अभियान सहित कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा पेड कोरेन्टाईन सेंटर और होम आइसोलेशन सेंटर के नवाचारों को भी सराहा। सुलेमान ने बैठक में कहा कि इंदौर में कोरोना के उपचार के लिए जिला प्रशासन द्वारा समुदाय की सहभागिता भी सुनिश्चित की गई है, यह एक अच्छा प्रयास है। ज़िले में जब कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा था तब ऐसे समय में निजी चिकित्सकों की क्लीनिक खुलवाये गये। फीवर क्लीनिक का बेहतर संचालन किया गया इससे कोविड मरीज़ों की समय पर पहचान में महत्वपूर्ण मदद मिली।
सुलेमान ने कहा कि जिले में यह सुनिश्चित कराया जाये कि अगर किसी अस्पताल में मरीज का इलाज चल रहा है और वह कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका सम्पूर्ण इलाज उसी अस्पताल में हो। यह नहीं हो कि कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर वह अस्पताल किसी अन्य अस्पताल के लिये उसे डिस्चार्ज कर दें। उन्होंने कहा कि इंदौर जिले में कोरोना की स्थिति हाल फिलहाल नियंत्रण में है। कोरोना से निपटने के लिये बेहतर काम किये जा रहे है। अभी विशेष सावधानी रखने की जरूरत है। आगामी समय के लिये भी व्यापक इंतजाम सुनिश्चित करना होंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिये तकनीकी का बेहतर उपयोग किया जाये। उन्नत तरीके से सेम्पलों की जांच करवाये। इसके लिये विस्तृत प्लान बनाये। कोरोना के संबंध में विस्तृत अध्ययन करने तथा प्रतिरोधक क्षमता की जांच के लिये एन्टी बॉडी टेस्ट सीरो सर्वेलेंस करवाये। इसके लिये विशेष दल का गठन किया जाये। इन्हें प्रशिक्षण दिया जाये। बैठक में बताया गया कि पिछले सप्ताह के दौरान मरीजों की संख्या बढ़ी है, स्थिति फिर भी नियंत्रण में है। व्यापक इंतजाम है। उन्होंने कहा कि कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाये। जिनके घर में पर्याप्त स्थान है, उन्हें घर में होम कोरेन्टाईन किया जाये। जिनके घरों में जगह नहीं है, उन्हें संस्थागत कोरेन्टाईन रखा जाये। ऐसे लोग जो भुगतान के आधार पर किसी बेहतर जगह कोरेन्टाईन होना चाहते है उनके लिये होटलों में व्यवस्था रखी जाये। इस अवसर पर बताया गया कि अभी तक इसके लिये तीन होटलों को चिन्हित कर व्यवस्था की गई है। इस सुविधा का और विस्तार किया जायेगा।
सुलेमान ने कहा कि कान्टेक्ट ट्रेसिंग का काम मरीज के पॉजिटिव आने पर अगले 24 घंटे में पूरा कर लिया जाये। संक्रमण की चेन तोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जाये। कोरेन्टाईन व्यवस्था का सख्ती से पालन कराया जाये। कोरेन्टाईन व्यक्ति बाहर नहीं घूमे। उन्होंने कहा कि संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिये समाज की सहभागिता बढ़ाये। नागरिकों को जागरूक करे कि वे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत अस्पताल या फीवर क्लिनिक पहुंचकर जांच एवं इलाज कराये।
बैठक में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कोरोना से निटपने के लिये किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंदौर जिले में हो रहे सर्वे तथा फीवर क्लिनिक के अच्छे परिणाम मिल रहे है। समय पर कोरोना मरीजों का पता चल रहा है। इससे उनका समय पर इलाज हो रहा है। मृत्यु दर भी नहीं बढ़ रही है।
बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने कोरोना मरीजों के इलाज आदि के लिये की गई तथा भविष्य के लिये की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंदौर में पर्याप्त् व्यवस्था है। आईसीयू, ऑक्सीजन तथा वेन्टिलेटर युक्त बिस्तरों की संख्या पर्याप्त है।