मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 24 घंटों के भीतर मध्य प्रदेश के 6 जिलों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। लगातार सक्रिय हो रही मानसूनी गतिविधियों और बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में तेज वर्षा का दौर देखने को मिल सकता है। इस दौरान गरज-चमक के साथ भारी बारिश होगी, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में इस सप्ताह बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार और गुरुवार को प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश गरज-चमक के साथ हो सकती है। हालांकि, शुक्रवार से मौसम का मिजाज और बदलने की संभावना है। उस समय कहीं-कहीं भारी वर्षा का दौर शुरू हो सकता है, जिससे लोगों को झमाझम बारिश का अनुभव होगा। मंगलवार को दिनभर में रतलाम में सबसे ज्यादा 29 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा उमरिया में 9, दमोह में 6, खजुराहो में 4, नौगांव और उज्जैन में 1-1, जबकि इंदौर में 0.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
कम दबाव का क्षेत्र और चक्रवातीय असर
मौसम विज्ञान केंद्र, भोपाल के वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने जानकारी दी कि फिलहाल उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। यह सिस्टम अगले दो दिनों में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और मजबूत हो सकता है। इसके साथ ही, दक्षिणी हरियाणा और उससे लगे उत्तर-पूर्वी राजस्थान में ऊपरी हवा का चक्रवात भी सक्रिय है, जिसका असर मध्य प्रदेश के मौसम पर स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगा। इन दोनों मौसम प्रणालियों के प्रभाव से लगातार नमी आ रही है और बारिश के हालात बने हुए हैं।
मानसून द्रोणिका का प्रभाव
इस समय मानसून की द्रोणिका श्रीगंगानगर, सिरसा, आगरा, बांदा, सीधी और संबलपुर से होती हुई बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसके अलावा पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर क्षेत्र पर एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में सक्रिय है। इन अलग-अलग मौसम प्रणालियों के बीच नमी का पर्याप्त संचार हो रहा है। यही वजह है कि प्रदेश में बिखरी हुई वर्षा हो रही है। कहीं हल्की बूंदाबांदी तो कहीं मध्यम बारिश का असर साफ झलक रहा है।
भारी वर्षा का नया दौर शुक्रवार से
विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में सक्रिय कम दबाव का क्षेत्र गुरुवार तक गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर और प्रभावी होगा। इसके बाद इसका असर मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में दिखाई देगा। अनुमान है कि शुक्रवार से एक बार फिर झमाझम बारिश का नया दौर शुरू हो जाएगा। यह दौर प्रदेश के कई जिलों में जोरदार वर्षा ला सकता है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और मौसम सुहावना हो जाएगा।