मध्य प्रदेश की लाड़ली बहना योजना को लेकर लंबे समय से महिलाओं और लड़कियों के बीच नई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करने की मांग उठ रही है। इसी कड़ी में राजगढ़ जिले से कांग्रेस के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष और पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह ने सरकार से पोर्टल खोलने की मांग की है। शुक्रवार को उन्होंने तहसील कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा और महिलाओं की परेशानियों को विस्तार से सामने रखा।
पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह का बयान
प्रियव्रत सिंह ने माचलपुर में कहा कि योजना का रजिस्ट्रेशन पोर्टल पिछले एक साल से बंद पड़ा है। इस वजह से अब 22 साल की उम्र पूरी कर चुकी कई युवतियां इस योजना का हिस्सा नहीं बन पा रही हैं। साथ ही, उन्होंने बताया कि कई वृद्ध महिलाएं भी लाभ से वंचित हैं। न तो उन्हें लाड़ली बहना योजना का पैसा मिल रहा है और न ही वृद्धा पेंशन का लाभ मिल पा रहा है। इससे महिलाओं में भारी असंतोष देखने को मिल रहा है।
20 दिन का अल्टीमेटम दिया
प्रियव्रत सिंह ने सरकार को सीधी चेतावनी दी है कि यदि अगले 20 दिनों में पोर्टल फिर से नहीं खोला गया तो कांग्रेस महिलाओं को साथ लेकर बड़ा आंदोलन करेगी। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि चुनाव प्रचार के दौरान महिलाओं को हर महीने 3 हजार रुपए देने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक किसी भी महिला के खाते में यह राशि नहीं पहुंची है। उन्होंने कहा कि यह महिलाओं के साथ विश्वासघात है और कांग्रेस इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी।
यशवंत सिंह गुर्जर का विवादित बयान
उधर, राजगढ़ में ही जिला पंचायत सदस्य और कृषि समिति अध्यक्ष यशवंत सिंह गुर्जर ने कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में अबकी बार एक साथ जीतेंगे और सवाल उठाया कि “कहां की लाड़ली बहनें… सबको बोरियों में भर देंगे।” इस बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है और इसे लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं।