इंदौर के आरएनटी मार्ग स्थित एक होटल में जाकिर खान रोज़ शाम दोस्तों के साथ बैठकर सितार बजाया करते थे। अक्सर बातचीत के दौरान वे कहते – “कुछ बड़ा करना है।” इसी जुनून ने उन्हें स्टैंड-अप कॉमेडी की राह पर ला खड़ा किया, और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। अब रविवार को जाकिर न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में प्रस्तुति देने जा रहे हैं। 20 हज़ार दर्शकों की क्षमता वाले इस प्रतिष्ठित हॉल में परफ़ॉर्म करने वाले वे पहले भारतीय कलाकार होंगे। इस उपलब्धि से उनके इंदौर के दोस्त भी ग़ज़ब का उत्साह और गर्व महसूस कर रहे हैं।
रविवार की शाम 56 दुकान पर एक खास आयोजन होगा, जहाँ जाकिर के प्रशंसक बड़े कैनवास पर उनके लिए शुभकामनाएँ लिखेंगे। दोस्तों ने इस मौके को यादगार बनाने के लिए इंदौर में जगह-जगह होर्डिंग भी लगाए हैं। जाकिर के पिता, उस्ताद इस्माइल खान स्वयं एक मशहूर सितार वादक हैं। वे कहते हैं—“एक पिता के लिए इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है कि उसका बेटा विदेश की धरती पर इतना बड़ा शो करने जा रहा है।” यह उपलब्धि न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे इंदौर के लिए गर्व का क्षण है।
शहर के लोगों ने जाकिर को बचपन से लेकर संघर्ष और सफलता की ओर बढ़ते हुए करीब से देखा है। उनका कहना है कि शुरू से ही यह आभास होने लगा था कि जाकिर जिंदगी में कुछ बड़ा करेगा। उसमें हर चीज को जानने की गहरी जिज्ञासा थी। वह पूछता—“पंखा इतनी तेजी से कैसे घूमता है? रिमोट दबाते ही टीवी कैसे चलने लगता है?” कई बार तो वह आधी रात को सोते हुए भी सवाल पूछने आ जाता था। परिवार में अंग्रेज़ी बोलने का माहौल नहीं था, फिर भी जाकिर ने दूसरी कक्षा में ही धाराप्रवाह अंग्रेज़ी बोलना सीख लिया था।