अमेरिका की रहने वाली मैडलिन मे (Madelynn May) सिर्फ 13 साल की थीं जब उन्होंने अपनी एक दोस्त के साथ पहली बार गांजा और तंबाकू मिलाकर फूंका. लेकिन ये एक कश उनकी जिंदगी का सबसे खतरनाक मोड़ बन गया. कुछ ही मिनटों में उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी और फिर बेहोश होकर गिर पड़ीं. दोस्त की मां ने तुरंत एंबुलेंस बुलाई और उन्हें लाइफ सपोर्ट पर अस्पताल पहुंचाया गया.
फेफड़ों में फैल गया फंगल इंफेक्शन
अस्पताल में डॉक्टरों ने देखा कि मैडलिन के फेफड़ों में तेजी से फंगस फैल रही थी. कुछ ही दिनों में ये संक्रमण नाक, कान और फेफड़ों तक पहुंच गया. उन्हें एसपर्जिलोसिस नाम की गंभीर बीमारी हो गई, जो सांस लेने में तकलीफ देती है. डॉक्टरों को पहले समझ ही नहीं आया कि ये हुआ कैसे, लेकिन बाद में पता चला कि जिस जॉइंट (गांजा + तंबाकू) को उन्होंने पिया था, उसमें मौजूद फंगल स्पोर्स उनकी सांस के साथ शरीर में चले गए थे.
चार साल तक अस्पताल और ऑक्सीजन टैंक के सहारे जिंदगी
मैडलिन को अस्पताल में एक साल तक रहना पड़ा और चार साल तक उन्हें रोज़ ऑक्सीजन टैंक से सांस लेनी पड़ी. इस दौरान उन्होंने 8 बार ब्रॉन्कोस्कोपी करवाई और फेफड़ों से बार-बार फफूंद साफ करवाई गई. उनके कान से काला पदार्थ निकलता था और वो महीनों तक काला कफ खांसती रहीं.
अब बन गईं सोशल मीडिया स्टार
मैडलिन ने अपने संघर्ष की कहानी इंस्टाग्राम पर शेयर की और धीरे-धीरे वो एक मशहूर कंटेंट क्रिएटर बन गईं. आज वो हर साल करीब 16 करोड़ रुपये कमा रही हैं. उन्होंने कहा, “मैंने सोचा नहीं था कि एक गलती मेरी ज़िंदगी बदल देगी, लेकिन अब मैं दूसरों को जागरूक कर रही हूं ताकि कोई और मेरी तरह पीड़ित न हो.”
सबक: एक कश भी खतरनाक हो सकता है
मैडलिन की कहानी एक बड़ा सबक है कि नशा चाहे किसी भी रूप में हो, वो कितनी खतरनाक कीमत वसूल सकता है. सिर्फ एक बार गांजा पीने से उनके फेफड़े बर्बाद हो गए. एक्सपर्ट्स भी कहते हैं कि गलत तरीके से स्टोर किए गए गांजा या तंबाकू में फफूंद लग सकती है, जो शरीर में जानलेवा असर डालती है.