इंदौर मेट्रो को 5.9 किलोमीटर के प्रायोरिटी रूट पर एक महीना पूरा हो गया है, लेकिन यात्रियों की रुचि धीरे-धीरे कम होती नजर आई है। शुरुआती दिनों में इंदौर मेट्रो में प्रतिदिन 25 हजार से अधिक लोग यात्रा कर रहे थे, लेकिन समय के साथ यह संख्या घटकर अब 500 से भी नीचे आ गई है। हालांकि शनिवार और रविवार को ही यात्रियों की संख्या कभी-कभी 1 हजार के आंकड़े को पार कर पाती है।
सप्ताह की शुरुआत में जहां एक लाख से ज्यादा यात्रियों ने मेट्रो का उपयोग किया था, वहीं अब हर सप्ताह यह आंकड़ा 10 हजार तक भी पहुंचना मुश्किल हो गया है।

बदल गया मेट्रो का टाइम टेबल
इंदौर मेट्रो की नई समय-सारणी अब प्रभावी हो चुकी है। मेट्रो प्रशासन के अनुसार, सप्ताह के कार्यदिवसों में यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत कम रहती है, जबकि सप्ताहांत पर राइडरशिप में वृद्धि देखी जाती है। इसी के आधार पर सेवा को मांग के अनुरूप (डिमांड बेस्ड) रूप से समायोजित किया गया है।
सोमवार से शुक्रवार तक (कार्यदिवसों में) मेट्रो सेवा का संचालन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक किया जा रहा है, जिसमें प्रत्येक एक घंटे के अंतराल पर एक ट्रेन चलाई जाती है।
वहीं शनिवार और रविवार (वीकेंड) को मेट्रो सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक उपलब्ध रहती है, और इस दौरान हर 30 मिनट में एक ट्रेन चलती है।
समय पर नहीं चल रही मेट्रो
इंदौर मेट्रो वर्तमान में (शनिवार और रविवार को छोड़कर) सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक संचालित की जा रही है। इस अवधि में मेट्रो हर 1 घंटे के अंतराल पर चलनी निर्धारित है, लेकिन वास्तविकता यह है कि मेट्रो अपनी तय समय-सारणी से लगभग 15 मिनट की देरी से चल रही है।
मेट्रो किराए में बढ़ोतरी
मेट्रो की परिचालन लागत और भविष्य की विकास योजनाओं को ध्यान में रखते हुए इंदौर मेट्रो का किराया बढ़ाया गया है। यह नई किराया दर 22 जून 2025 से प्रभावी हो चुकी है। अब न्यूनतम किराया प्रति व्यक्ति 15 रुपये जबकि अधिकतम किराया 23 रुपये निर्धारित किया गया है।
शुरुआत में मेट्रो को मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
पिछले सप्ताह इंदौर मेट्रो में कुल 11,579 यात्रियों ने सफर किया, जबकि उससे पहले के सप्ताह में यह संख्या 15,947 रही थी। अगर शुरुआत के पहले सप्ताह की बात करें, तो उस दौरान 1,43,301 यात्रियों ने मेट्रो सेवा का लाभ लिया था।