अगले 48 घंटे इंदौर में तेज बारिश के आसार, तापमान में आई गिरावट, जून में इतनी हुई बारिश

इंदौर में बीते दो दिनों से हल्की बारिश के बीच फिलहाल मौसम ने राहत दी है, लेकिन जून माह के लिए तय बारिश का कोटा 13 इंच के साथ पूरा हो चुका है। अगले दो दिनों में फिर से बारिश की संभावना जताई गई है, वहीं तापमान में गिरावट और बादलों के कारण मौसम सुहावना बना हुआ है।

Srashti Bisen
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अगले 48 घंटे इंदौर में तेज बारिश के आसार, तापमान में आई गिरावट, जून में इतनी हुई बारिश

Indore Weather : इंदौर में बीते दो दिनों से जारी रुक-रुक कर हल्की बारिश के बीच अब मौसम ने थोड़ी राहत दी है। बीते 48 घंटों में शहर में केवल 7 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि तेज बारिश का सिलसिला फिलहाल थमता दिखाई दे रहा है।

हालांकि जून महीने के लिए निर्धारित बारिश का कोटा पूरा हो चुका है, जिससे फिलहाल बारिश को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। जून में अब तक करीब 5 इंच बारिश हो चुकी है, और यदि प्री-मानसून (मई) की बारिश को जोड़ें, तो अब तक कुल मिलाकर 13 इंच पानी गिर चुका है।

इंदौर में अगले दो दिन बारिश की संभावना

रविवार सुबह से इंदौर का आसमान घने बादलों से ढंका रहा, जिससे हल्की उमस के बावजूद मौसम सुहावना बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो दिनों में बारिश होने की संभावना बनी हुई है। यदि ये पूर्वानुमान सही साबित होते हैं, तो शहर में और अधिक नमी और राहत देखने को मिल सकती है।

तापमान में गिरावट, गर्मी से राहत

बीते 24 घंटे में इंदौर में दिन का तापमान करीब 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है। शनिवार को अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से लगभग 5 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान लगातार 22 डिग्री के आसपास बना हुआ है, जो सामान्य से 1 डिग्री नीचे है। इससे शहरवासियों को गर्मी और उमस से राहत मिली है। दिनभर हल्की धूप और कहीं-कहीं रिमझिम फुहारों ने मौसम को और भी आरामदायक बना दिया।

सक्रिय हैं कई मौसम प्रणालियां

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में एक निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो गया है। इसका प्रभाव आने वाले 1-2 दिनों में मध्यप्रदेश पर भी दिखाई दे सकता है। साथ ही प्रदेश में टर्फ लाइन (मौसमीय रेखा) की गतिविधि भी बनी हुई है, जो जहां-जहां से गुजर रही है, वहां बारिश की संभावना को मजबूत कर रही है। इसके अतिरिक्त, साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी सक्रिय है, जो मानसून को ऊर्जा प्रदान कर रहा है और बेहतर वर्षा की स्थिति बना रहा है। इंदौर में हाल ही में एक दिन में ढाई इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई थी, जो मौसम प्रणाली की सक्रियता को दर्शाता है।

मानसून की देरी और इस साल की शुरुआत

हालांकि भारत में इस बार मानसून सामान्य से आठ दिन पहले ही आ गया था, पर मध्यप्रदेश तक इसकी पहुंच में देरी हुई। मानसून महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर लगभग 15 दिनों तक अटका रहा, जिससे एमपी में मानसून की एंट्री 13-14 जून के आसपास हुई, यानी एक दिन की देरी से। इसके बावजूद, इंदौर ने जून में अपेक्षित बारिश का लक्ष्य हासिल कर लिया है।

इंदौर में बारिश का रिकॉर्ड

हर साल जून में इंदौर में तापमान में गिरावट देखी जाती है। पिछले पांच वर्षों (2020 से 2024) में जून के दौरान शहर में अधिकतम तापमान 39.6°C से 41.1°C के बीच रहा है। पिछले साल यह 40.6°C तक पहुंचा था। वहीं, वर्ष 1980 में जून महीने में सबसे अधिक 17 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई थी, जबकि 23 जून 2003 को केवल 24 घंटे में रिकॉर्ड 5 इंच बारिश दर्ज की गई थी। 3 जून 1991 को इंदौर में सर्वाधिक तापमान 45.8°C तक गया था और 12 जून 1958 को न्यूनतम तापमान 18.9°C रिकॉर्ड किया गया था।