मध्य प्रदेश के प्रमुख शहर इंदौर में स्थित मुख्य रेलवे स्टेशन का पुनःनिर्माण कार्य शीघ्र ही आरंभ होने जा रहा है। यह परियोजना आने वाले 50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की जा रही है। इस नए रेलवे स्टेशन में स्टेशन से सटी हुई जमीन का भी उपयोग किया जाएगा, जिससे विस्तार की संभावनाएं बढ़ेंगी और यात्रियों को भविष्य में बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
स्टेशन के पुनर्निर्माण के दौरान यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। प्लेटफार्मों का उपयोग निर्माण कार्य के बीच भी जारी रहेगा। इसके लिए निर्माण एजेंसी ने एक कार्य योजना (वर्कप्लान) तैयार की है, जिससे ट्रेनों की आवाजाही में कोई बाधा न आए। कुछ ट्रेनों को अस्थायी रूप से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन से चलाया जाएगा, जबकि मुख्य स्टेशन से भी सीमित ट्रेनें संचालित होती रहेंगी। इस तरह यात्रियों को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

450 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
इस विशाल परियोजना पर लगभग साढ़े चार सौ करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है। इस राशि को रेल बजट के अंतर्गत स्वीकृत किया गया है। स्टेशन का नया भवन चार मंजिला होगा और इसे पूर्णतः आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। इमारत के भीतर शॉपिंग एरिया, खाद्य सेक्शन, आरामदायक प्रतीक्षालय, एस्केलेटर, विस्तृत टिकट काउंटर और शेड जैसी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी। इसके अलावा फुट ओवर ब्रिज को भी अधिक सुविधाजनक और आकर्षक बनाया जाएगा।
सिंहस्थ तक तैयार होगा नया स्टेशन
परियोजना का लक्ष्य है कि स्टेशन का निर्माण कार्य सिंहस्थ महाकुंभ से पहले पूरा कर लिया जाए। इसके लिए सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर तैयारी की जा रही है। सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि शुक्रवार शाम को वे विभिन्न विभागों के अधिकारियों से बैठक करेंगे, जिसमें निर्माण के दौरान स्टेशन पर होने वाले अस्थायी बदलावों और बंद किए जाने वाले हिस्सों पर चर्चा होगी।
एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से लैस होगा नया स्टेशन
नए स्टेशन की डिजाइन और सुविधाएं पूरी तरह एयरपोर्ट जैसी होंगी। चार मंजिला इस भवन में यात्रियों के लिए आधुनिक वेटिंग रूम, स्वचालित एस्केलेटर, आरामदायक फुटओवर ब्रिज, टिकिट काउंटर, और शेड की व्यवस्था होगी। स्टेशन के भीतर ही शॉपिंग और फूड जोन भी विकसित किए जाएंगे ताकि यात्रियों को यात्रा के साथ-साथ बेहतर अनुभव भी मिले।
निर्माण कार्य जल्द होगा शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकसभा चुनाव से पूर्व इस परियोजना का भूमिपूजन किया गया था, लेकिन निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया था। अब जानकारी के अनुसार, कार्य अगले महीने से शुरू हो सकता है। निर्माण का ठेका अहमदाबाद की एक प्रतिष्ठित कंपनी को सौंपा गया है।