उत्तराखंड की मनमोहक वादियों में बसे कैंची धाम की ख्याति अब सीमाओं तक सीमित नहीं रही। 15 जून को स्थापना दिवस के अवसर पर देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु नीम करोली बाबा के दर्शन और आशीर्वाद के लिए यहाँ पहुंचे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैंची धाम के आसपास ऐसे कई दुर्लभ और अद्भुत स्थल भी छिपे हैं, जिनकी प्राकृतिक सुंदरता अब तक पर्यटकों की नज़रों से अछूती है?
कैंची धाम से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित चौसाली, उन्हीं अनछुए और शांत स्थलों में से एक है। यह जगह अपनी शांत वातावरण, नैसर्गिक सौंदर्य और सुकून भरी वादियों के लिए जानी जाती है। जो लोग भीड़ से दूर रहकर उत्तराखंड की असली आत्मा को करीब से महसूस करना चाहते हैं, उनके लिए चौसाली एक अनमोल अनुभव की तरह है।

चौसाली में ऐसा क्या है खास ?
यदि आप पहाड़ों की शांति में भीड़-भाड़ से दूर कुछ सुकूनभरे पल बिताना चाहते हैं, तो चौसाली एक बेहतरीन विकल्प है। यहां के घने हरे जंगल, बादलों से घिरे पहाड़, ठंडी हवाएं और कलकल करते झरने इस स्थान की खास पहचान हैं। गर्मियों में जब मैदानी इलाकों में तापमान चरम पर होता है, तब भी चौसाली का मौसम ठंडा और मनभावन बना रहता है।
मानसून के दौरान यहां की हरियाली अद्भुत नज़ारा पेश करती है। बारिश, बादल और पहाड़ मिलकर ऐसा मनमोहक दृश्य रचते हैं, जो न केवल आंखों को सुकून देता है बल्कि कैमरे में भी हमेशा के लिए कैद हो जाता है।
जानिए कहां है चौसाली ?
चौसाली उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित एक सुंदर गाँव है, जो अल्मोड़ा शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर, राष्ट्रीय राजमार्ग 309B पर बसा है। कैंची धाम से इसकी दूरी करीब 35 किलोमीटर है, जबकि नैनीताल से यह लगभग 55 किलोमीटर और मुक्तेश्वर से 32 किलोमीटर दूर स्थित है।
यहां पहुंचने के लिए नैनीताल से स्कूटी या टैक्सी किराए पर ली जा सकती है। स्कूटी का दैनिक किराया औसतन 500 रुपये रहता है। यात्रा के मार्ग में कैंची धाम, रामगढ़ जैसे मनमोहक स्थल भी देखने को मिलते हैं, जो सफर को और भी यादगार बना देते हैं।