भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद पर सस्पेंस जारी, संगठन के फैसले पर टिकी निगाहें, 16 जून के बाद हो सकता है चुनाव का एलान

मध्य प्रदेश भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर पिछले पांच महीनों से अनिश्चितता बनी हुई है। अब अनुमान है कि 16 जून के बाद चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो सकती है, जबकि जिले स्तर की सभी चुनावी प्रक्रियाएं पहले ही पूरी हो चुकी हैं।

Abhishek Singh
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मध्य प्रदेश भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर पिछले पांच महीनों से स्थिति अनिश्चित बनी हुई है। पार्टी कार्यकर्ता और संगठन से जुड़े पदाधिकारी लगातार यह जानना चाहते हैं कि यह चुनाव कब संपन्न होगा। अब संकेत मिल रहे हैं कि अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा 16 जून के बाद की जा सकती है।

गौरतलब है कि पार्टी ने जनवरी में प्रदेश के सभी 60 संगठनात्मक जिलों में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी थी और बूथ, मंडल एवं जिला स्तर पर चुनाव प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पहले यह अपेक्षा थी कि फरवरी में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा, लेकिन विभिन्न कारणों से इसे बार-बार टालना पड़ा।

बताया जा रहा है कि चुनाव में देरी की प्रमुख वजहें राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक परिस्थितियाँ रही हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव और पहलगाम में हुए आतंकी हमले के चलते पार्टी का ध्यान अन्य मुद्दों पर केंद्रित हो गया था। साथ ही, राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर संगठनात्मक प्रक्रिया के लंबा खिंच जाने से प्रदेश इकाइयों के चुनाव भी प्रभावित हुए।

पचमढ़ी शिविर के बाद खुल सकते हैं प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के पत्ते

अब पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 14 से 16 जून के बीच पचमढ़ी में भाजपा के विधायकों और सांसदों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस शिविर का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे, जबकि समापन सत्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति सुनिश्चित मानी जा रही है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस शिविर के बाद प्रदेश अध्यक्ष पद के चुनाव की तिथि की औपचारिक घोषणा हो सकती है। इस संबंध में राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी डॉ. के. लक्ष्मण ने हाल ही में कहा कि भले ही तिथि तय नहीं हुई है, लेकिन समूची प्रक्रिया नियत समय पर संपन्न होगी।