इंदौर के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी की हत्या का चौंकाने वाला सच सामने आया है। मेघालय में हनीमून पर गए राजा की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उनकी पत्नी सोनम ने ही करवाई थी। यह सनसनीखेज वारदात तब सामने आई जब सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में खुद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने इस हत्या में शामिल तीन हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया है, जो सभी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। हालांकि एक आरोपी अभी भी फरार है।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड सांगमा ने इस केस की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के ज़रिए दी।

Within 7 days a major breakthrough has been achieved by the #meghalayapolice in the Raja murder case … 3 assailants who are from Madhya Pradesh have been arrested, female has surrendered and operation still on to catch 1 more assailant .. well done #meghalayapolice
— Conrad K Sangma (@SangmaConrad) June 9, 2025
गाजीपुर में मिली सोनम, पुलिस ने किया गिरफ्तार
अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने जानकारी दी है कि सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। यह गिरफ्तारी मेघालय के डीजीपी की पुष्टि के बाद की गई है, जिन्होंने यह भी दावा किया है कि सोनम ने अपने पति की हत्या एक सुपारी किलर से करवाई थी।
यूपी के गाजीपुर के ढाबे पर सोनम रघुवंशी ऐसी हालत में मिली
जैसे ही सोनम की गिरफ्तारी की खबर फैली, इंदौर पुलिस गाजीपुर के लिए रवाना हो गई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस गंभीर मामले को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इसकी जांच सीबीआई को सौंपने की अपील की है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर गंभीरता से लिया जा रहा है।
मामले में एक स्थानीय टूरिस्ट गाइड, अल्बर्ट पी.डी., ने पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी दी थी। उसके अनुसार, उसने सोनम और राजा को आखिरी बार तीन अन्य पुरुषों के साथ देखा था। ये सभी लोग पहाड़ियों में साथ घूम रहे थे और हिंदी में बातचीत कर रहे थे। इस जानकारी के बाद पुलिस की जांच एक नई दिशा में बढ़ी और शक की सुई सोनम की ओर घूम गई।
23 मई को मेघालय के शिलॉन्ग घूमने गए थे सोनम और राजा
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद, 20 मई को दोनों हनीमून के लिए शिलॉन्ग रवाना हुए। सबसे पहले उन्होंने गुवाहाटी जाकर मां कामाख्या के दर्शन किए और फिर 23 मई को मेघालय के शिलॉन्ग घूमने गए थे । शुरू में परिवार का दोनों से लगातार संपर्क बना रहा, लेकिन अचानक बातचीत बंद हो गई।
राजा के भाई विपिन ने बताया कि 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए, जिससे परिवार को चिंता होने लगी। इसके बाद मैं और सोनम का भाई गोविंद 25 मई को इंदौर से भोपाल कार से गए। वहां से फ्लाइट लेकर दिल्ली और फिर गुवाहाटी पहुंचे। गुवाहाटी से कार लेकर शिलॉन्ग आए और वहां से टैक्सी लेकर सोरा पहुंचे। सोरा पहुंचते ही हमने उनकी तलाश शुरू कर दी।