Indore Religion Conversion Case : इंदौर में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। 10000 से 20000 रूपए नकद और कई सुविधा देने के लालच में कुछ विदेशी युवक 2 से 3 लोगों का धर्म परिवर्तन करवा रहे थे। इस दौरान हिंदू संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने विदेशी नागरिकों को घेरा और धर्मांतरण के आरोप में उन्हें विजयनगर थाने लेकर पहुंचे थे।
इस घटना के संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक मल्हार मेगा मॉल में कुछ विदेशियों ने हिन्दुओं के बीच ईसाई धर्म के संबंध में प्रचार प्रचार करना शुरू कर दिया। इसके बाद हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता मान सिंह राजावत, लकी बाहुबली, कुलदीप सिंह सहित अन्य लोग मॉल में पहुंचे थे।

8-10 विदेशी नागरिकों के बीच उन्हें इंदौर के ही राऊ क्षेत्र का रहने वाला एक व्यक्ति दिखाई दिया। इन लोगों के साथ श्याम वर्मा नामक एक व्यक्ति भी मौजूद था। मामले में जब मानसिंह राजावत ने श्याम वर्मा से पूछताछ की तो पता चला की विदेशी नागरिक ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। साथ ही कुछ अन्य जानकारियां भी निकल कर सामने आई। जिसके बाद विवाद की स्थिति बन गई।
यह था मामला
इस मामले में राजेश पटेल का कहना है कि वह अपने साथी श्याम वर्मा के साथ मॉल गए थे। फूड कोर्ट के पास उनकी मुलाकात ट्रेजर फेंटेसी निवासी स्टीफन बीजूपाल से हुई। बातचीत के दौरान स्टीफन ने उनका नाम, पता, पारिवारिक जानकारी और मोबाइल नंबर लिया था। राजेश के मुताबिक विदेशी नागरिकों ने हिंदू देवी देवताओं का मजाक बनाया था और उनके संपन्न में अपमानजनक टिप्पणी भी की थी।
ईसाई धर्म का प्रचार प्रचार
इतना ही नहीं स्टीफन ने अपने ईसाई धर्म का प्रचार प्रचार भी किया था। राजेश ने आरोप लगाया कि स्टीफन लगातार हिंदू धर्म की आलोचना कर रहा था और ईसाई धर्म को अपनाने का दबाव डाल रहा था। जब राजेश और उसके साथी ने उनकी बात नहीं मानी तो विदेशियों ने उन्हें पैसे का लालच देना शुरू कर दिया कि यदि वह ईसाई धर्म अपना लेते हैं तो उनके बच्चों की शिक्षा और परिवार का इलाज का खर्च एक संस्था द्वारा उठाया जाएगा। धर्म परिवर्तन करने पर उन्हें 10000 रूपए भी दिए जाएंगे।
राजेश ने जब स्टीफन के प्रस्ताव को ठुकराया तो उन्होंने 20000 रूपए की पेशकश की और सुविधा देने का प्रस्ताव दिया। इसके साथ ही स्टीफन ने एक बोतल से जबरन उन्हें पवित्र जल पीने का दबाव बनाया। युवकों द्वारा मना करने पर स्टीफन ने उन्हें झूठे केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी भी दी।
बाद में पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की। पुलिस ने उस होटल में तलाश की, जहां विदेशी नागरिक ठहरे हुए थे। होटल के कमरे से पुलिस को बाइबल के साथ ही अन्य प्रचार सामग्री भी मिली। विजयनगर पुलिस ने आरोपियों को थाने बुलाया और सभी से उनके बयान लेने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया जबकि पुलिस ने स्टीफन को इस मामले में आरोपी बनाया है।
मामले में विजयनगर टीआई चंद्रकांत पटेल का कहना है कि शिकायत पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उस पर धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। सूचना मिली थी कि धर्मांतरण करने के लिए एक व्यक्ति को 10000 हजार रुपए का लालच दिया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी से विस्तृत पूछताछ की जा रही है।