एमपी में 11 करोड़ का सांप घोटाला, एक ही आदमी को 38 बार मिला मुआवजा, जीतू पटवारी ने की न्यायिक जांच की मांग

पटवारी ने कहा कि जब सत्ता में बैठी दल की निगरानी में ऐसी घटनाएं हो रही है तो जनता को न्याय कैसे मिलेगा? आखिर इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड कौन है और सरकार अभी तक इस मामले में चुप क्यों है?

Kalash Tiwary
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Seoni Snake Bite Scam : मध्य प्रदेश के एक बड़े घोटाले का जिक्र करते हुए कांग्रेस ने इस मामले में उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग कर दी है। मध्य प्रदेश में 11 करोड़ का सांप घोटाला सामने आया है। जिसके बाद जीतू पटवारी ने इस पर सवाल खड़े किए हैं। सिवनी के केवलारी विकासखंड में 11 करोड़ के मुआवजे घोटाले की बात सामने आई है। जिसके बाद अब प्रदेश की राजनीति में हलचल मच गई है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस प्रकरण को सांप घोटाला बताया है और इसके साथ ही प्रदेश के सरकारी तंत्र पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। केवल एक आदमी को 11 करोड़ रुपए का कागजी मुआवजा दिया गया है। जिसे साफ होता है कि सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार पूरी तरह से फैला हुआ है और इसकी जड़ गहरी है।

सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल 

इतना ही नहीं पटवारी ने सवाल करते हुए कहा कि अगर एक जिले में इतना बड़ा घोटाला हो सकता है तो बाकी 54 जिले की स्थिति क्या होगी? इसका अनुमान लगाना भी कठिन है। इस मामले में कांग्रेस ने प्रशासनिक लापरवाही का जिक्र किया है। उसके साथ ही सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं। जीतू पटवारी ने कहा कि यह घटना केवल केवलारी तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे प्रदेश में इस तरह की गड़बड़ी हो रही है।

पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच?

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की है पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। आरोप लगाते हुए पटवारी ने प्रक्रिया में अनियमितत्ता की बात की और उसके साथ ही कहा कि जिन परिवारों को वास्तव में सहायता की जरूरत है। उन परिवारों में से एक ही नाम पर दर्जनों बार पैसे निकाले गए हैं। यह प्रदेश की निगरानी प्रणाली की विफलता है और सरकार को इस मामले में निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए।

मामले में 21 लोगों की गिरफ्तारी 

इतना ही नहीं पटवारी ने कहा कि जब सत्ता में बैठी दल की निगरानी में ऐसी घटनाएं हो रही है तो जनता को न्याय कैसे मिलेगा? आखिर इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड कौन है और सरकार अभी तक इस मामले में चुप क्यों है? इस पर भी उन्होंने इस सवाल खड़ा किया है। पटवारी ने आरोप लगाया कि एक ही व्यक्ति को 38 बार चार चार लाख रुपए का मुआवजा दिया गया है वहीं अब तक इस मामले में 21 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।