MP News: भोपाल में एक बार फिर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने अपने बंगले पर आयोजित सेना सम्मान समारोह में राष्ट्रगीत वंदे मातरम नहीं गाया, जिसके बाद विवाद छिड़ गया। इस घटना ने सियासी हलकों में हंगामा मचा दिया है। आइए, इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे की कहानी जानें।
पहले भी विवादों में रहे मसूद
यह पहली बार नहीं है जब आरिफ मसूद का वंदे मातरम को लेकर विवाद हुआ है। 2019 में भी उन्होंने राष्ट्रगीत गाने से इनकार किया था, जिस पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला था। तब मसूद ने कहा था कि उनकी धार्मिक मान्यताएं उन्हें इसकी इजाजत नहीं देतीं। इस बार भी बीजेपी नेताओं ने मसूद पर निशाना साधा और इसे “दिखावे की देशभक्ति” करार दिया। मसूद ने सफाई में कहा कि उन्होंने सेना का सम्मान किया, लेकिन राष्ट्रगीत गाना उनकी निजी पसंद है।

सियासी तूल और प्रतिक्रियाएं
🔹 दिखावे की देशभक्ति और राष्ट्रगीत से परहेज़ —
🔹कांग्रेस का असली चेहरा फिर सामने आया!
🔹क्या यही है सेना और देश का सम्मान
मुंह से नहीं निकला वंदे मातरम्।-कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपने बंगले पर सेना के सम्मान में दिखावे का एक कार्यक्रम तो आयोजित किया, लेकिन जब “वंदे… pic.twitter.com/DW4meAK0Yl
— Ashish Usha Agarwal आशीष ऊषा अग्रवाल (@Ashish_HG) May 17, 2025
इस घटना ने भोपाल की सियासत को गर्मा दिया। बीजेपी ने इसे कांग्रेस की “तुष्टिकरण की नीति” से जोड़ा, जबकि कांग्रेस ने इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मामला बताया। कुछ स्थानीय नेताओं ने मसूद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस बीच, मसूद ने कहा कि वह देश और सेना के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं, और इस मुद्दे को अनावश्यक रूप से तूल दिया जा रहा है।