लहसुन के दामों ने मंडियों में लगाई आग, जानें 17 मई 2025 के आज के ताजा मंडी भाव

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By Sudhanshu TiwariPublished On: May 17, 2025
Lahsun Mandi Bhav

Lahsun Mandi Bhav: लहसुन ने एक बार फिर मंडियों में तहलका मचा दिया है! उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, और महाराष्ट्र की मंडियों में लहसुन की कीमतों ने रसोई के बजट को हिलाकर रख दिया है। कम आपूर्ति, बढ़ती मांग, और फसल पर मौसम की मार ने इस उछाल को और तेज किया है। आइए, मंडी भाव के साथ जानें कि लहसुन की यह तेजी क्या कहानी बयां कर रही है।

उत्तर प्रदेश: लहसुन की चटपटी चढ़ाई

उत्तर प्रदेश में लहसुन की औसत कीमत ₹14000/क्विंटल है। लखनऊ में ₹14500, कानपुर में ₹13800, वाराणसी में ₹15000, आगरा में ₹13500, मेरठ में ₹14200, गोरखपुर में ₹14400, आजमगढ़ में ₹13200, अलीगढ़ में ₹13700, प्रयागराज में ₹14100, और बरेली में ₹13900 प्रति क्विंटल का भाव रहा। वाराणसी में मांग ने कीमतों को चरम पर पहुंचाया।

मध्य प्रदेश: दामों का तीखा तड़का

मध्य प्रदेश में औसत कीमत ₹14200/क्विंटल है। इंदौर में ₹14800, भोपाल में ₹14000, ग्वालियर में ₹13800, जबलपुर में ₹14500, रीवा में ₹13600, सागर में ₹14300, रतलाम में ₹13900, नीमच में ₹15000, मंदसौर में ₹13700, और देवास में ₹14100 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। नीमच में कीमतें सबसे ऊंची रहीं।

राजस्थान: लहसुन के रेट में उफान जारी

राजस्थान में औसत कीमत ₹14500/क्विंटल है। जयपुर में ₹15000, जोधपुर में ₹14200, उदयपुर में ₹14600, बीकानेर में ₹14400, कोटा में ₹14800, और अलवर में ₹15200 प्रति क्विंटल का भाव रहा। अलवर में बढ़ी मांग ने लहसुन को और महंगा कर दिया।

बिहार: सरसों के रेट में आई तेजी

बिहार में औसत कीमत ₹13800/क्विंटल है। पटना में ₹14200, गया में ₹13500, भागलपुर में ₹13800, मुजफ्फरपुर में ₹14000, दरभंगा में ₹13600, और पूर्णिया में ₹13900 प्रति क्विंटल का भाव रहा। पटना में कम आवक ने दामों को उछाला।

महाराष्ट्र: लहसुन की रफ्तार जारी

महाराष्ट्र में औसत कीमत ₹14300/क्विंटल है। मुंबई में ₹14800, पुणे में ₹14200, नासिक में ₹14000, नागपुर में ₹15000, औरंगाबाद में ₹14100, और सोलापुर में ₹13900 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। नागपुर में लहसुन की कमी ने कीमतों को नई ऊंचाई दी।

तेजी के पीछे का खेल

देशभर से आई मंडी रिपोर्ट के मुताबिक, लहसुन की कीमतों में यह उछाल कम उत्पादन, बारिश से फसल खराब होने, और भंडारण की कमी से आया है। मंडियों में लहसुन की आवक कम होने से भाव ₹13000-₹15000/क्विंटल तक पहुंच गए हैं। यह तेजी किसानों के लिए फायदेमंद है, लेकिन उपभोक्ताओं के लिए रसोई का खर्च बढ़ा रही है।

क्या है आगे की राह?

अगर आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ, तो लहसुन के दाम और ऊपर जा सकते हैं। सरकार मंडियों में स्टॉक बढ़ाने की कोशिश कर रही है, लेकिन तब तक लोगों को सावधानी से खरीदारी करनी होगी। लहसुन की यह तेजी अब हर मंडी और घर की चर्चा है। क्या कीमतें जल्द स्थिर होंगी? इस पर नजर रखें!