एमपी में यहां बनेगा नया डैम, कई किलोमीटर तक होगा पानी का भंडारण, किसानों और खेतों को मिलेगा बड़ा फायदा

मध्य प्रदेश सरकार ने कुडेल नदी पर बोरदिया डैम बनाने की मंजूरी दी है, जिससे नागदा क्षेत्र के 12 गांवों के किसानों को सालभर सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा। इस परियोजना से 300 हेक्टेयर कृषि भूमि को लाभ होगा, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। डैम का निर्माण 4.25 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा और इसका जल संचयन क्षेत्र बढ़ेगा।

Srashti Bisen
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मध्य प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी है, क्योंकि राज्य सरकार ने कुडेल नदी पर बोरदिया डैम बनाने की मंजूरी दी है। इस डैम के निर्माण से क्षेत्र के किसानों को सालभर सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा, जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि होगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

बोरदिया डैम के निर्माण से नागदा क्षेत्र के 12 गांवों में लगभग 300 हेक्टेयर कृषि भूमि को सिंचाई का पानी मिलेगा। इस डैम के बनने से किसानों को खासकर गर्मियों में पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि डैम में चार से पांच किलोमीटर तक जल संग्रह होगा, जो पूरे साल भर सिंचाई के लिए उपयोगी रहेगा। इस परियोजना से कृषि क्षेत्र में बड़ा विस्तार होगा और किसान अधिक समृद्ध होंगे।

डैम की निर्माण लागत और विशेषताएँ

बोरदिया डैम की निर्माण लागत 4.25 करोड़ रुपये है और इसमें 1 मिलियन क्यूबिक फीट पानी का संग्रह होगा। डैम की लंबाई 80 मीटर और ऊंचाई 5.3 मीटर होगी। इस परियोजना का लाभ सीधे तौर पर 12 गांवों के किसानों को मिलेगा, और इससे जल संचयन में वृद्धि होगी।

भूमिपूजन और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति

रविवार को बोरदिया डैम का भूमिपूजन कार्यक्रम हुआ, जिसमें भाजपा के कई प्रमुख नेता शामिल हुए। इस अवसर पर उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया, नागदा-खाचरौद विधायक डॉ. तेजबहादुर सिंह चौहान और भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश धाकड़ ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को साझा किया। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट को कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन उनका दौरा आखिरी समय में रद्द हो गया।

कुडेल नदी क्षेत्र में पहले से मौजूद डैम

कुडेल नदी पर पहले से सात डैम बने हुए हैं, जो जल संरक्षण में मददगार साबित हो रहे हैं। इनमें से पहले डैम का निर्माण रेलवे ने किया था, जबकि बाद में सांसद निधि से भी अतिरिक्त डैम बनाए गए। 2013 से 2018 के बीच पांच और डैम बनाए गए, जिनसे क्षेत्र की कृषि भूमि को सिंचाई का लाभ मिला।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवोदय विद्यालय के उद्घाटन के दौरान बोरदिया डैम के निर्माण की घोषणा की थी। इस डैम के बनने से 1500 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की क्षमता बढ़ेगी और जलस्तर भी सुधरेगा, जो पहले 1000 फीट से नीचे था।

ये गांव होंगे प्रभावित गांव

बोरदिया डैम का निर्माण नागदा विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों को सीधे लाभ पहुंचाएगा। इनमें रुनखेड़ा, बोरदिया, थडोदा, दीपाखेड़ी, खंडवा, बटलावदी, नरेडीपाता, नरेडी हनुमानजी, पानवासा, भांडला, बेहलोला और घुडायन जैसे गांव शामिल हैं, जिनकी कृषि गतिविधियों में सुधार होगा।