एमपी के इस शहर में बनेगा नया आठ लेन बाइपास, जून से शुरू होगा निर्माण कार्य

भोपाल के अयोध्या बायपास को आठ लेन में बदलने के लिए 836 करोड़ की परियोजना को मंजूरी मिली है, जिसमें रत्नागिरी से आशाराम तिराहे तक 16 किमी सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। दो साल में पूरी होने वाली इस योजना से ट्रैफिक सुगम होगा और क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी।

Srashti Bisen
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भोपालवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। शहर के अयोध्या बायपास को अत्याधुनिक स्वरूप देने की दिशा में 836 करोड़ रुपये की बड़ी परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है।

इस परियोजना के अंतर्गत रत्नागिरि से आशाराम तिराहे तक लगभग 16 किलोमीटर लंबा मार्ग आठ लेन का किया जाएगा। वर्तमान में यह सड़क छह लेन की है, जिसमें अब दो सर्विस रोड जोड़कर इसे और भी सुविधाजनक बनाया जाएगा। इस विकास कार्य से न केवल ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी तेजी से विकास होगा।

दो साल में तैयार होगी हाईटेक सड़क

राज्य के पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री कृष्णा गौर ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर परियोजना की समीक्षा की। मंत्री ने जानकारी दी कि यह महत्त्वाकांक्षी योजना दो साल में पूरी की जाएगी। वर्तमान छह लेन सड़क को दो सर्विस रोड के साथ आठ लेन में परिवर्तित किया जाएगा, जिससे न केवल ट्रैफिक सुगम होगा बल्कि आसपास के क्षेत्रों में विकास की रफ्तार भी बढ़ेगी।

पहले बनेगी सर्विस रोड, ट्रैफिक रहेगा सुचारू

एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर देवांश नरवाल के अनुसार, निर्माण कार्य की शुरुआत सर्विस रोड से की जाएगी ताकि यातायात में कोई बाधा न आए। सड़क विस्तार के दौरान पेड़ों को हटाने की योजना है, लेकिन इसकी भरपाई के लिए चार गुना ज्यादा पौधे इसी मार्ग पर लगाए जाएंगे।

बिजली और पाइपलाइन होंगी व्यवस्थित तरीके से शिफ्ट

सड़क चौड़ीकरण के समय बिजली के खंभे और पाइपलाइन जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर को समयबद्ध योजना के तहत स्थानांतरित किया जाएगा। इससे निर्माण कार्य बिना किसी रुकावट के समय पर पूरा किया जा सकेगा। हर पहलू की निगरानी की जा रही है ताकि कोई अनावश्यक देरी न हो।

आनंद नगर को मिलेगा नया फ्लाईओवर और मेट्रो कॉरिडोर

इस परियोजना का दायरा केवल सड़क तक सीमित नहीं है। आनंद नगर क्षेत्र में एक आधुनिक फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अगले एक सप्ताह में पूरी की जाएगी। इसके अतिरिक्त, इसी मार्ग पर मेट्रो रेल का एलिवेटेड कॉरिडोर भी विकसित किया जाएगा, जिससे शहर की कनेक्टिविटी में और भी सुधार होगा।