इंदौर में पानी की हकदारी पर सवाल, बिल भरने के बाद भी पानी को तरस रहे लोग, अवैध कनेक्शन बनी समस्या

इंदौर में गर्मी के साथ जल संकट गहराता जा रहा है, जहां अप्रैल के बाद करीब 40% क्षेत्र पानी की भारी कमी से जूझता है। अवैध बस्तियों में लगे गैरकानूनी कनेक्शन और मोटरों के कारण वैध उपभोक्ताओं को मिलने वाला पानी और भी कम हो जाता है।

Abhishek Singh
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इंदौर में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, और गर्मी के मौसम में जल संकट गंभीर रूप ले रहा है। अप्रैल के बाद शहर का करीब 40 प्रतिशत इलाका पानी की किल्लत से जूझता है। बोरवेल सूख जाते हैं और नर्मदा लाइन से मिलने वाला पानी भी आधे से कम रह जाता है। ऐसे में अवैध बस्तियों में लगे गैरकानूनी नल कनेक्शन और मोटरें स्थिति को और खराब कर देते हैं, जिससे सीमित मात्रा में आ रहा पानी और भी कम हो जाता है।

ट्रैकिंग की व्यवस्था नहीं

नगर निगम की टीमें प्रमुख रिहायशी इलाकों में नर्मदा जल आपूर्ति के बिल के लिए नियमित रूप से शुल्क वसूलती हैं और समय-समय पर सर्वेक्षण भी किया जाता है। बिल नहीं भरने वालों पर जुर्माना लगाया जाता है, जिसे मूल बिल के साथ वसूल किया जाता है। लेकिन अवैध बस्तियों में न तो कोई ट्रैकिंग व्यवस्था है और न ही सर्वेक्षण का कार्य किया जाता है। इन बस्तियों में सैकड़ों घरों में एक या दो कनेक्शन होते हैं और लोग मोटरों की मदद से लगातार पानी खींचते रहते हैं। अधिकांश मकानों के पास न तो वैध दस्तावेज होते हैं और न ही नगर निगम में उनका पंजीकरण होता है, जिससे इन पर कोई कार्रवाई कर पाना मुश्किल हो जाता है।

मुख्य रिहायशी क्षेत्रों से लगे अनधिकृत बसेरे

शहर की कई प्रमुख कॉलोनियों के आसपास अवैध बस्तियों का विस्तार लगातार बढ़ रहा है। बंगाली चौराहा और मूसाखेड़ी क्षेत्र में मयूर नगर, गोयल नगर, पुलिस लाइन जैसे इलाके शामिल हैं, वहीं शिव नगर और भील कॉलोनी जैसी पुरानी बस्तियां वर्षों से जमी हुई हैं। इसी तरह विजय नगर में स्कीम 136, 140 और 78 के आसपास लोहा मंडी और लसूड़िया जैसी बस्तियां मौजूद हैं। इन क्षेत्रों से गुजरने वाली नर्मदा जल आपूर्ति लाइन पर सैकड़ों अवैध नल कनेक्शन लगे हुए हैं, जो वैध उपभोक्ताओं को मिलने वाले पानी की मात्रा को काफी हद तक घटा देते हैं। नतीजतन, नियमित रूप से बिल भरने वाले रहवासी क्षेत्रों को पर्याप्त जल आपूर्ति नहीं मिल पाती और उन्हें टैंकर या बोरिंग पर निर्भर रहना पड़ता है।

समस्या बताएं, समाधान होगा तुरंत

गर्मी का मौसम शुरू होते ही शहर में जल आपूर्ति को प्राथमिकता दी जा रही है। हमारा प्रयास है कि किसी भी क्षेत्र में नागरिकों को पानी की कमी का सामना न करना पड़े। आवश्यकतानुसार टैंकरों के माध्यम से भी नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। यदि किसी इलाके में जल संकट की स्थिति उत्पन्न होती है, तो संबंधित निवासी अपने ज़ोन कार्यालय या नगर निगम में आकर सूचना दे सकते हैं। हम तुरंत प्रभाव से उस क्षेत्र में पानी की व्यवस्था कराएंगे।