इंदौर स्थित ‘ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर’ में रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ‘एमपी टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही हमनें उद्योग और रोजगार के क्षेत्र पर तुरंत ध्यान केंद्रित किया है।
हमने छोटे-छोटे क्षेत्रों में भी उद्योगपतियों को आमंत्रित किया है, लेकिन अब हमारे पास पर्याप्त भूमि की कमी हो रही है। प्रोजेक्ट्स की मांग काफी बढ़ गई है। वर्तमान में प्रदेश में 6 आईटी पार्क कार्यरत हैं। हमने 18 नई नीतियों का शुभारंभ किया था, और आज पूरी दुनिया के निवेशक यहां निवेश करने के लिए आ रहे हैं।

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर को 2 टियर शहर मानना मुझे स्वीकार नहीं है। यह शहर किसी भी मामले में किसी से कम नहीं है। इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है, और भविष्य में यह ग्रीन इंदौर के मामले में भी नंबर एक बनेगा। हम वृक्षारोपण के माध्यम से शहर का तापमान 5 डिग्री तक घटाएंगे।
प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार का दृष्टिकोण, संकल्प, उद्देश्य और लक्ष्य उद्योग को बढ़ावा देना है, क्योंकि हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के युग में प्रवेश कर चुके हैं।
एमपी की वेव से देश की अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई दिशा
कर्नाटक डिजिटल इकोनॉमी मिशन के सीईओ संजय गुप्ता ने कहा कि वह मध्यप्रदेश को अपने इंडस्ट्री क्लाइंट के रूप में देखते हैं। उनका मानना है कि एक पेशेवर संस्था बननी चाहिए, जो उद्योग और सरकार के बीच समन्वय स्थापित करे। डिजिटल इकोनॉमी में स्टार्टअप्स का अहम योगदान है, और भविष्य में बड़ी संख्या में युवा इस क्षेत्र में शामिल होंगे। मध्यप्रदेश से उत्पन्न होने वाली यह वेव देश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
ग्लोबल कैपिबिलिटी सेंटर (जीसीसी) के विशेषज्ञ विश्वनाथन केएस ने कहा- वर्तमान में देश में 1700 ग्लोबल कैपिबिलिटी सेंटर (जीसीसी) हैं, और अगले 5 वर्षों में इनकी संख्या बढ़कर 3000 होने का अनुमान है। मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जिसने जीसीसी नीति को अपनाते हुए लैंड रिकॉर्ड, बिजली बिल जैसी सुविधाओं में सुधार किया है। विकसित भारत में मध्यप्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, और प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर में आगे बढ़ने की पूरी क्षमता है। यहां टूरिज्म और कनेक्टिविटी भी मजबूत है। बैंगलोर में काम करने वाले 7 से 8 प्रतिशत आईटी पेशेवर मध्यप्रदेश से हैं, जो अब अपने राज्य लौटने की इच्छा रखते हैं।
CM बोले, एमपी में विकास की अपार संभावनाएं
कार्यक्रम में मुख्य सचिव (SC) अनुराग जैन ने मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर प्रकाश डाला और बताया कि दो महीने पहले आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट (GIS) के परिणाम सकारात्मक रहे हैं।
सपनों को साकार करने के लिए सकारात्मक वातावरण
इंफोबीन टेक्नोलॉजी के सीईओ सिद्धार्थन सेठी ने कहा कि सपनों को साकार करने के लिए एक सकारात्मक माहौल बेहद जरूरी है। राज्य सरकार ने उद्योगपतियों के लिए एक उत्साहवर्धक वातावरण तैयार किया है। हमारी कंपनी में 1500 इंजीनियर काम कर रहे हैं। इंफोबीन की जड़ें इंदौर में गहरी हैं और हम यहीं रहकर काम करेंगे।
IT क्षेत्र में प्रगति के लिए सशक्त संकल्प
मितेश लोकवानी ने बताया कि भोपाल में एक नई यूनिट स्थापित की गई है, जो डेस्कटॉप निर्माण में संलग्न है। उनकी कंपनी ने देश-विदेश में कंप्यूटर और आईटी उपकरणों का निर्यात किया है।
एचएलबीएस देश की सातवीं कंपनी है, जिसे राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। हम मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर राज्य में आईटी क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।