नई दिल्ली: कोरोना महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन में सभी धर्मस्थल बंद है। महामारी के बीच लोग धर्म यात्राएं भी नहीं कर पा रहे हैं। हर साल दुनियाभर से मुस्लिम समुदाय के लोग हज पर जाते हैं लेकिन इस बार उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी है। दरअसल, सऊदी अरब से इस बार केवल एक हजार लोगों को ही हज यात्रा पर आने की मंजूरी दी है।
सऊदी अरब ने कहा है कि इस बार एक हजार मुस्लिम तीर्थयात्रियों को ही अनुमति दी जाएगी, इसमें भी कोई सऊदी अरब से बाहर का नहीं होगा। हज यात्रा इस साल 29 जुलाई से शुरू होगी। देश में पहले से रह रहे विभिन्न राष्ट्रीयताओं के मुस्लिमों को इस बार हज के लिए अनुमति दी गई है।
पवित्र शहर मक्का में हर साल इन दिनों करीब 25 लाख लोग तीर्थयात्रा के लिए आते थे। इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए नियमों में बदलाव कर दिया गया है। नए नियमों के मुताबिक, 65 साल से कम उम्र के लोग की हज यात्रा पर जा सकेंगे और उन्हें कोई भी गंभीर बीमारी नहीं होनी चाहिए।
हज का समय चांद दिखने के आधार पर निर्धारित किया जाएगा। पिछले महीने सऊदी अरब ने बहुत सीमित लोगों के साथ हज यात्रा शुरू करने के लिए कहा था। हज अधिकारियों ने कहा, ‘इस बार सीमित एक हजार तीर्थयात्रियों को हज पर जाने की अनुमति होगी, वो भी जो पहले से ही सऊदी में रह रहे हैं। इसमें से 70 प्रतिशत विदेशी हैं और बाकि यहां के स्थानीय निवासी हैं।’