वर्तमान समय में आधार कार्ड एक अनिवार्य पहचान दस्तावेज़ बन गया है। यात्रा से लेकर स्कूल/कॉलेज में प्रवेश या बैंक खाता खोलने तक, हर प्रक्रिया में आधार नंबर की आवश्यकता होती है। इसकी मदद से सरकारी योजनाओं और बैंकिंग सेवाओं का लाभ लेना पहले से कहीं अधिक सुगम हो गया है।
हालांकि आधार का उपयोग जितनी तेज़ी से बढ़ा है, उतनी ही गति से यह धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का माध्यम भी बनता जा रहा है। कई बार ऐसा भी हो सकता है कि किसी तीसरे व्यक्ति द्वारा हमारी जानकारी के बिना हमारे आधार नंबर का इस्तेमाल किया जाए। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि हम समय-समय पर इसकी निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि इसका दुरुपयोग तो नहीं हो रहा।

गलत इस्तेमाल का पता चले तो कहां और कैसे करें रिपोर्ट?
यदि आपको इस प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार की अनियमितता या गड़बड़ी महसूस हो, तो आप UIDAI की हेल्पलाइन 1947 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, आप अपनी समस्या को ईमेल के माध्यम से help@uidai.gov.in पर भी भेज सकते हैं।
यदि आप यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई आपकी उंगलियों के निशान या आंखों की स्कैन जैसी बायोमेट्रिक जानकारी का दुरुपयोग न कर सके, तो आप अपने आधार की बायोमेट्रिक डिटेल्स को लॉक कर सकते हैं।
आपका Aadhaar कहां-कहां इस्तेमाल हुआ, कैसे करें पता ?
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने ‘Authentication History’ नामक एक ऑनलाइन सेवा उपलब्ध कराई है, जिसके माध्यम से आप यह जान सकते हैं कि आपके आधार नंबर का उपयोग कब और कहां किया गया है।
पूरा प्रोसेस समझें, स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- सबसे पहले, आपको myAadhaar पोर्टल पर जाना होगा।
- वहां अपना 12-अंकों का आधार नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें। इसके बाद, ‘Login with OTP‘ पर क्लिक करें और अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP से लॉगिन करें।
- लॉगिन करने के बाद, ‘Authentication History‘ विकल्प पर क्लिक करें और उस तारीख का चयन करें, जिसकी जानकारी आप देखना चाहते हैं।
- वहां आपके आधार का उपयोग होने वाली सभी गतिविधियों की सूची दिखाई देगी। यदि आपको कोई संदिग्ध या अनजानी जानकारी नजर आए, तो तुरंत रिपोर्ट करें।
महत्वपूर्ण टिप्स और सुझाव
- नियमित अंतराल पर अपने आधार की गतिविधियों की जांच करते रहें।
- आधार की जानकारी जैसे मोबाइल नंबर, पता और बायोमेट्रिक डिटेल्स को नियमित रूप से अपडेट करते रहें—विशेष रूप से यदि आपने पिछले 10 वर्षों से कोई अपडेट नहीं किया है, या यदि कोई दुर्घटना हुई हो जिससे बायोमेट्रिक्स में बदलाव आया हो, या फिर यदि आपके बच्चे ने 15 साल की उम्र पूरी कर ली हो।
जानिए बायोमेट्रिक डेटा लॉक करने की प्रक्रिया
- UIDAI की वेबसाइट पर जाएं और “Lock/Unlock Biometrics” विकल्प पर क्लिक करें।
- Virtual ID (VID), नाम, पिन कोड और कैप्चा को दर्ज करें।
- OTP के माध्यम से सत्यापन करें और फिर बायोमेट्रिक डेटा को लॉक कर दें।