इंदौर के वार्ड 65 के पार्षद कमलेश कालरा के खिलाफ स्थानीय निवासी आदर्श सचान ने जन सुनवाई में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाने की शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि कालरा ने चार साल पहले उनसे 12,800 रुपये लेकर यह फर्जी कार्ड बनवाया था। इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब आदर्श सचान के परिचित को कैंसर के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां स्टाफ ने कार्ड के फर्जी होने की पुष्टि की। इसके अलावा, कालरा पर ओबीसी सर्टिफिकेट से जुड़ी अनियमितताओं के आरोप भी लग चुके हैं, साथ ही अवैध निर्माण को लेकर की गई उनकी शिकायतों पर भी विवाद हो चुका है।
अस्पताल में इलाज के दौरान फर्जीवाड़े का पर्दाफाश

शिकायत में उल्लेख किया गया है कि जब सचान ने 2023 में अपने साले विनीत को कैंसर के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, तो आयुष्मान कार्ड अस्पताल प्रशासन को प्रस्तुत किया। जांच के दौरान अस्पताल प्रबंधन ने कार्ड को फर्जी बताया। इसके बाद सचान ने कमलेश कालरा से अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन कालरा ने बहाने बनाकर रकम लौटाने की बात कही। लंबे समय तक टालमटोल करने के बावजूद पैसे नहीं लौटाए। आखिरकार, मंगलवार को जनसुनवाई में सचान ने कालरा के खिलाफ शिकायत की एवं एफआईआर दर्ज कराई।
पार्षद ने पैसे लेकर बनवाया था कार्ड
सचान ने जन सुनवाई के दौरान पुलिस कमिश्नर को दी गई शिकायत में बताया कि उन्होंने वर्ष 2021 में अपने साले विनीत सचान का आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए पार्षद कमलेश कालरा से संपर्क किया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, पार्षद बनने से पहले कालरा पासपोर्ट, आधार कार्ड सहित अन्य शासकीय दस्तावेज तैयार करने का कार्य करते थे। उन्होंने सचान और कमलेश गांधी नामक युवक को अपने घर बुलाया और आश्वासन दिया कि कार्ड बनवा दिया जाएगा, जिसके बदले में 12,800 रुपये देने को कहा गया।