जनवरी में खुदरा महंगाई में 90 बेसिस प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई। जिससे यह 4.31% पर आ गई, जो पिछले पांच महीनों में सबसे निचला स्तर है। RBI गवर्नर ने पहले अनुमान लगाया था कि इस वित्त वर्ष में औसत महंगाई दर 4.8% रह सकती है। फिलहाल, महंगाई दर इससे कम है और फरवरी-मार्च में और गिरावट के आसार हैं, जिससे अप्रैल में ब्याज दरों में कटौती संभव हो सकती है।
RBI कर सकता है 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती
सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा गिरावट भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को 25 बीपीएस की दर कटौती के लिए पर्याप्त गुंजाइश दे सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, महंगाई में यह कमी मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, विशेष रूप से सब्जियों की कीमतों में गिरावट के कारण आई है। आगे भी ताजा फसल बाजार में आने से महंगाई दर और कम होने की संभावना है।
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महंगाई नियंत्रण में, रुपए पर नजर जरूरी
जनवरी में खुदरा महंगाई दर दिसंबर 2024 के 5.2% से घटकर 4.3% हो गई। यह गिरावट खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 237 बीपीएस की गिरावट के कारण हुई। यदि महंगाई नियंत्रण में रहती है, तो आरबीआई आर्थिक विकास को समर्थन देने के लिए दर कटौती पर विचार कर सकता है। हालांकि, गिरते रुपये पर भी नजर रखने की जरूरत है, क्योंकि इसका असर घरेलू महंगाई पर पड़ सकता है। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने फिलहाल तटस्थ रुख अपनाया है, और आगे की नीतियां आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेंगी।