MP Board Exam 10th 12th 2025 : मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक अहम सूचना है। 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं 27 फरवरी से 21 मार्च 2025 तक और 12वीं की परीक्षाएं 25 फरवरी से 25 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएंगी।
परीक्षा की होगी ऑनलाइन निगरानी
परीक्षाओं के दौरान नकल रोकने के लिए इस बार ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। मंडल में एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जिससे परीक्षा केंद्रों की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर कैमरे लगाए जाएंगे और सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर प्रतिबंध होगा।
![MP Board 2025: परीक्षा केंद्रों पर लगेंगे जैमर, कंट्रोल रूम से होगी निगरानी, जानें इस बार कैसी होगी बोर्ड परीक्षाओं की व्यवस्था](https://ghamasan.com/wp-content/uploads/2025/02/Untitled-design-61.jpg)
परीक्षा केंद्रों की संख्या और सुरक्षा
इस बार प्रदेश में कुल 3887 परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। नकल रोकने के लिए 11 जिलों के 300 संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे। इन केंद्रों में ग्वालियर, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और मुरैना जैसे शहरों के केंद्र शामिल होंगे।
दो बार होगा परीक्षा का आयोजन
![MP Board 2025: परीक्षा केंद्रों पर लगेंगे जैमर, कंट्रोल रूम से होगी निगरानी, जानें इस बार कैसी होगी बोर्ड परीक्षाओं की व्यवस्था](https://ghamasan.com/wp-content/uploads/2025/02/GIS_5-scaled-e1738950369545.jpg)
इस बार पूरक परीक्षा की व्यवस्था खत्म कर दी गई है, और अब दो बार मुख्य परीक्षाएं होंगी। दूसरी परीक्षा जुलाई में आयोजित की जाएगी, और इसमें फेल होने वाले छात्रों को भाग लेने का मौका मिलेगा। यह नया बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत लागू किया गया है।
परीक्षा केंद्रों में मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स पर प्रतिबंध
परीक्षा के दौरान केंद्रों में शिक्षक और केंद्राध्यक्षों के लिए मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध होगा। किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, जैसे मोबाइल और अन्य गैजेट्स, पर सख्त प्रतिबंध रहेगा।
परीक्षा पैटर्न में किए गए हैं बदलाव
इस बार परीक्षा पैटर्न में बदलाव किए गए हैं। 10वीं में प्रश्न पत्र 75 अंक का होगा और 25 अंक आंतरिक मूल्यांकन के होंगे। 12वीं के प्रैक्टिकल विषयों के पेपर 70 अंक के होंगे, जबकि 30 अंक आंतरिक मूल्यांकन के होंगे। प्रश्न पत्र में छोटे और बड़े प्रश्नों का अनुपात बदला गया है, जहां छोटे सवालों की संख्या अधिक होगी।
कॉपी जांचने के लिए एक शिक्षक अधिकतम 45 कॉपी ही जांच सकेगा। एक राउंड में 30 कॉपी जांची जाएंगी, उसके बाद बाकी कॉपियां दी जाएंगी। इसके साथ ही, मूल्यांकन केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और कॉपी चेकिंग में किसी भी गलती के लिए शिक्षक पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
नकल रोकने के लिए सख्त निगरानी
जैसा कि परीक्षा केंद्रों पर निगरानी रखी जाएगी, विशेषकर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्रों पर जैमर लगाए जाएंगे। इन केंद्रों में छात्रों की नकल से बचने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे।