इंदौर के रीगल तिराहे पर स्थित गांधी प्रतिमा को नगर निगम बदलने की योजना बना रहा है। पुरानी प्रतिमा कई वर्षों पुरानी है और अब उसमें दरारें भी दिखाई देने लगी हैं। नई प्रतिमा का डिज़ाइन अभी तय नहीं किया गया है, लेकिन निगम इसे स्वच्छता रैंकिंग में मिलने वाली प्रतिमा के समान रूप में बना सकता है, ताकि यह इंदौर की स्वच्छता के प्रतीक के रूप में भी पहचानी जा सके। नगर निगम को पिछले सात वर्षों से स्वच्छता रैंकिंग में पुरस्कार के रूप में गांधी प्रतिमा दी जाती रही है।
गांधी जयंती के मौके पर जब कांग्रेस कार्यकर्ता गांधी प्रतिमा पर प्रार्थना सभा के लिए गए, तो उनका ध्यान प्रतिमा के क्षतिग्रस्त हिस्सों पर गया। इसके बाद उन्होंने निगम अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया। इसके बाद निगमायुक्त शिवम वर्मा ने महापौर परिषद की बैठक में गांधी प्रतिमा को बदलने का प्रस्ताव रखा।
महापौर सदस्यों की मंजूरी के बाद इस प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगेगी। नई प्रतिमा स्थापित करने के साथ-साथ रोटरी का भी पुनर्निर्माण किया जाएगा, क्योंकि रोटरी में काफी चूहे हो चुके हैं, जिन्होंने कई हिस्सों को खोखला कर दिया है। रोटरी का आकार थोड़ा छोटा भी किया जा सकता है, ताकि ट्रैफिक की आवाजाही में कोई रुकावट न आए। नई प्रतिमा में गांधी जी को चरखा चलाते हुए या बैठते हुए दिखाया जा सकता है, हालांकि इस पर अंतिम निर्णय सहमति के बाद लिया जाएगा।