भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टी20 सीरीज समाप्त हो गई है। सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में भारतीय टीम ने श्रृंखला 4-1 से जीत ली है। इस सीरीज में भारत की गेंदबाजी प्रभावशाली रही है, हालाँकि यह भी कहना होगा कि कई खिलाड़ियों की बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही है।
इन बल्लेबाज़ों ने किया निराश
भारतीय टीम में अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या ही ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। कप्तान सूर्यकुमार यादव और उपकप्तान संजू सैमसन की बल्लेबाजी बेहद खराब रही है। सूर्यकुमार यादव ने सभी 5 मैचों में सिर्फ 28 रन बनाए। संजू सैमसन ने 5 मैचों में सिर्फ 51 रन बनाए। इसके अलावा ऑलराउंडर अक्षर पटेल (5 मैचों में 37) और वाशिंगटन सुंदर (32 रन) भी अच्छे फॉर्म में नहीं दिखे है।
संजू सैमसन पर उठे सवाल
सूर्यकुमार यादव इससे बच जाएंगे क्योंकि वह कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी तरह, अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर को भी कोई समस्या नहीं है क्योंकि वे न केवल बल्लेबाजी बल्कि स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं। लेकिन भारतीय टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन का भविष्य सवालों के घेरे में है। संजू सैमसन इस पूरी सीरीज में लगातार शॉट पिच गेंदों पर आउट हुए हैं। जिसके चलते उनकी व्यापक आलोचना हुई है। इन 5 मैचों में उन्होंने एक भी बार शॉट पिच गेंद पर की गई अपनी गलतियों से सीख नहीं ली।
क्या संजू का करियर होगा खत्म?
जहां कई युवा खिलाड़ी भारतीय टी-20 टीम में जगह पाने के लिए बीसीसीआई का दरवाजा खटखटा रहे हैं, वहीं संजू सैमसन ने आश्चर्यजनक रूप से पूरी श्रृंखला के दौरान मिले अवसर को पूरी तरह गंवा दिया है। बीसीसीआई पहले ही उन्हें टेस्ट और वनडे मैचों से बाहर कर चुका है। अब जबकि वह टी-20 मैचों में भी खराब प्रदर्शन कर रहे हैं, तो आगे से संजू सैमसन को भारतीय टीम में शामिल किए जाने की संभावना बहुत कम है।
भारतीय टीम में पहले से ही केएल राहुल, ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल जैसे विकेटकीपरों की भरमार है। इस स्थिति में, कई अवसर दिए जाने के बावजूद, संजू सैमसन ने खराब प्रदर्शन किया है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह अभी कुछ समय तक केवल आईपीएल और घरेलू टूर्नामेंटों में ही खेलेंगे। क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय टीम में उनकी जगह मुश्किल है।