मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने वाले केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के आपत्तिजनक बयान ने अब सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इसी कड़ी में अब BJP ने भी इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है। बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने खुद को किनारा किया है। बता दें कि, फडणवीस ने पूरे मामले पर मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम उद्धव ठाकरे के खिलाफ नारायण राणे के बयान का समर्थन नहीं करते हैं। लेकिन, मैं व्यक्तिगत तौर पर और पार्टी उनके साथ खड़ी हैं।
उन्होंने कहा कि शर्जिल उस्मानी ने भारत माता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया लेकिन उसके खिलाफ कोई एफआईआर नहीं हुई, लेकिन राज्य सरकार ने नारायण राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मुंबई में शिवसेना और बीजेपी कार्यकर्ताओं में हुई हिंसक झड़प पर फडणवीस ने कहा कि यह एक राज्य प्रयाजोत हिंसा है। यह पुलिस ‘जिवी’ सरकार है। उन्होंने कहा कि इसका हिन्दी में एक कहावत है “सईयां भए कोतवाल तो डर काहे का।”
नारायण राणे की तबियत ख़राब
गौरतलब है कि, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के ऊपर अब मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। जिसके चलते अब उन्हें संगमेश्वर थाने ले जाया गया है। लेकिन थाने में नारायण राणे की अचानक तबियत ख़राब हो गई उनका अचानक बीपी बढ़ गया। वहीं स्वास्थ्य की जांच करने आए डॉक्टर का कहना है कि उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया है। बढ़ती उम्र और शुगर के मरीज होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने की जरुरत है और ईसीजी करने की भी आवश्यकता है। हालांकि उनके शुगर लेवल की जांच नहीं हो सकी है।