नई दिल्ली: प्लास्टिक तिरंगा बंद करने के लिए देश भर में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। प्लास्टिक तिरंगे को लेकर Koo App पर चल रही मुहिम को देश भर से जोरदार समर्थन मिल रहा है। इस मुहिम को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से बड़ा समर्थन मिला। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मुहिम में हिस्सा लेते हुए अपने ऑफिशियल Koo अकाउंट से अपील की, “75वें #स्वतंत्रता_दिवस पर मैं प्रदेश के सभी भाई-बहनों व युवाओं से अनुरोध करता हूं कि आप कागज या कपड़े से बने तिरंगे को गर्व और शान से फहरायें। आइये, आज हम सब स्वतंत्रता दिवस के इस पुनीत अवसर पर स्वच्छ और गौरवशाली भारतवर्ष बनाने की शपथ लें।”
कई मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, बड़े नेता, खिलाड़ी और सेलेब्रिटीज ने Koo App पर प्लास्टिक का तिरंगा प्रयोग ना करने की शपथ ली, जनता से भी कपड़े और कागज के तिरंगे इस्तेमाल करने की अपील की। Koo App की इस मुहिम का ऐसा असर हुआ कि #SayNoToPlasticTiranga और #PledgeOnKoo हैशटैग पूरे दिन स्वदेशी माइक्रोब्लॉगिंग साइट Koo पर ट्रेंड करते रहे।
कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केन्द्रीय मंत्री ने ली शपथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के कार्यालय, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने भी इस मुहिम से जुड़ कर शपथ ली और लोगों से प्लास्टिक तिरंगा का इस्तेमाल ना करने की अपील की. केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी इस मुहिम में हिस्सा लिया और प्लास्टिक तिरंगा ना इस्तेमाल करने की शपथ ली।
सेलिब्रिटीज और कई भारतीय खिलाड़ी भी मुहिम से जुड़े
ओलिंपिक में शानदार प्रदर्शन करने और भारत को इस बार टोक्यो ओलंपिक्स में रजत पदक दिलाने वाले रवि कुमार दहिया ने भी Koo पर शपथ लेते हुए लिखा कि बिना प्लास्टिक के इस्तेमाल नहीं कर के हम दुनिया को और भी खूबसूरत बना सकते हैं |
भारत को 2008 में ओलिंपिक में पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाले अभिनव बिंद्रा भी Koo पर चल रहे इस मुहिम से जुड़े और लोगों से कहा कि, ‘इस स्वतंत्रता दिवस आइए हम सभी शपथ लेते हैं की हम प्लास्टिक तिरंगे का इस्तेमाल नहीं करेंगे और अपने राष्ट्रीय ध्वज को पूरा सम्मान देंगे |
इस साल देश को टोक्यो ओलंपिक्स में फ्रीस्टाइल रेसलिंग में कांस्य पदक जीतने वाले दीपक पुनिया भी Koo पर जुड़ चुके हैं। उन्होंने भी लोगो से अपील करते हुए लिखा कि, “अगर किसी वस्तु को रीसाइकिल कर के दोबारा उपयोग नहीं कर सकते है तो बेहतर है आप उसका इस्तेमाल करना बंद कर दीजिए. प्लास्टिक के तिरंगे को ना कहिए.”
क्यों प्लास्टिक तिरंगे को कहें ना?
हर साल गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर कई समारोह के दौरान लोग प्लास्टिक के तिरंगे का इस्तेमाल करते हैं, लोग अपने बच्चों को भी प्लास्टिक के तिरंगे दे देते हैं। समारोह के बाद इन तिरंगों पर किसी का ध्यान नहीं जाता है और जाने अनजाने में लोग तिरंगे का अपमान कर बैठते हैं। प्लास्टिक के तिरंगे का विघटन भी मुश्किल होता है जो हमारे पर्यावरण के लिए काफी हानिकारक है इसलिए प्लास्टिक के तिरंगे का प्रयोग ना कर के हम पर्यावरण को तो बचाते ही हैं साथ में तिरंगे की शान को भी बढ़ाते हैं।
गृह मंत्रालय ने भी दिए निर्देश
गृह मंत्रालय ने भी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक पत्र में कहा है कि प्लास्टिक से बने तिरंगों को ठीक से डिस्पोज करना एक समस्या है। राष्ट्रीय ध्वज को लेकर केंद्र सरकार ने कहा है कि प्लास्टिक के तिरंगे प्रयोग ना किए जाएं। राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल आयोजनों पर कागज के बने तिरंगे की जगह कई बार प्लास्टिक से बने तिरंगे का प्रयोग किया जाता है। गृह मंत्रालय की ओर से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि ऐसे आयोजनों पर केवल कागज के बने तिरंगे का उपयोग होना चाहिए।
Koo App पर क्यों शुरू हुई मुहिम?
Koo ऐप भारत में निर्मित स्वदेशी माइक्रोब्लॉगिंग साइट है जो अपने देश और तिरंगे को शान को लेकर हमेशा एक कदम आगे बढ़ कर सोचता रहा है। Our MITTI Foundation के साथ इस मुहिम को चलाकर Koo App की पूरी टीम अपने तिरंगे की आन-बान-शान को हमेशा बनाए रखने और बढ़ाते रहने का संकल्प दोहराती है और साथ ही पर्यावरण को लेकर जो जिम्मेदारी हर नागरिक और संस्था को निभानी चाहिए उसे भी निभाने की पूरी कोशिश करती है।