इंदौर: इंदौर राजवाड़ा स्थित इमामवाड़ा में नगर निगम की तमाम कोशिशों के बावजूद भी अतिक्रमण का दौर जारी है। व्यापारियों की हिम्मत इतनी बढ़ चुकी हैं कि वो अब गुंडागर्दी पर उतारू हो चुके हैं। दुकान के बाहर 10-10 स्क्योर फीट कब्जा कर अतिक्रमण करने वाले व्यापारियों ने हाल ही में एक महिला के साथ बदसलूकी की है। जिसके बाद ये मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि अतिक्रमण करने वाले व्यापारियों ने महिला लठेद नियुक्त कार 4 माह की गर्भवती पथ विक्रेता महिला को धक्के मार कर भगाया। दरअसल, व्यापारियों ने इन महिला मजदूरों को इसलिए नियुक्त किया ताकि चल फिर कर भी पथ से कारोबार ना कर सके।
जानकारी के मुताबिक, इंदौर ठेला एवं पद व्यवसाई महासंघ का प्रतिनिधिमंडल सैकड़ों की संख्या में विधायक आकाश विजयवर्गीय से मिलकर राजवाड़ा में ठेला एवं पथ व्यवसाय करने वाले व्यापारियों 15 दिन से अपने रोजगार से बेदखल किए जाने की शिकायत की। ऐसे में विजयवर्गीय ने बताया कि फेरी लगाने वाले व्यापारी और दुकानदारों के बीच चल रही तनातनी को खत्म करने के लिए समाधान निकाला जा रहा है। इस संबंध मे नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल से चर्चा कर समस्या का निराकरण किया जाएगा यह आश्वासन श्रम आंदोलन के संस्थापक /अध्यक्ष राजेश बीड कर को दिया।
पद व्यवसायियों की मांग –
1.राजवाड़े को जल्द नो व्हीकल जोन घोषित किया जाए ताकि ट्रैफिक की समस्या का समाधान हो सके।
2. व्यापारियों द्वारा दुकान के बाहर किए गए अतिक्रमण को भी तुरंत हटाते हुए चालानी कार्रवाई की जाए।
3 केंद्र द्वारा पथ विक्रेता अधिनियम 2014, मध्यप्रदेश शासन द्वारा 24 अप्रैल 2017 पथ विक्रेता सौरक्षण अधिनियम का अक्षर से पालन इंदौर नगर निगम से कराया जावे।
4. नगर निगम द्वारा व्यस्ततम क्षेत्र में मार्किंग कर पद विक्रेताओं को उसके अंदर व्यापार व्यवसाय करने कि छोड़ दिए जाए।
5. गुमटी एवं ठेला माफियाओं को को चिन्हित कर कार्रवाई की जावे।
6. गोपाल मंदिर के पास से हटाए गए गुमटी माफियाओं विजय खत्री को नगर निगम ने अवैध रूप से दुकाने अलर्ट कर दी है त्वरित जांच होकर ऐसे लोगों को बेदखल किया जाए।
ओक संबंध में चर्चा करते हुए ज्ञापन प्रेषित किया गया एवं गजट नोटिफिकेशन की कॉपी भी सौंपी गई।