इन्दौर(Indore News): इन्दौर नगर निगम के जनकार्य विभाग के बिल सेक्सन के अधीक्षक-विजय सक्सेना एवं क्लर्क-हिमानी वैध व्दारा जनहित के विकास कार्याे की फाईलो को आगे बढ़ाने के नाम पर ठेकेदारो से कमीशन की मांग की जाती है, कमीशन नही देने पर संबंधित ठेकेदार को बिना कारण परेशान किया जाता था। गत दिनों ठेकेदार से लेनदेन के चलते लोकायुक्त व्दारा अधीक्षक एवं क्लर्क पकड़ाये गये है एवं दोनो की अलमारियों में से लाखो रूपये नगद प्राप्त हुए है।
फौजिया शेख अलीम ने बताया इन्दौर नगर निगम में भ्रष्टाचार के चलते अनेको कार्याे को बोगस फाईले बनाकर उनका भुगतान प्राप्त अधिकारियोें, कर्मचारियों एवं संबंधितो व्दारा आपस में बंटवारा कर लिया जाता है प्रतिशत पर फाईले चलती है नगर निगम में ।जलयंत्रालय विभाग में धरमचन्द्र पालिवाल (धरमु) नियम विरूध अधीक्षक के पद पर बिठा रखा है राजस्व विभाग में भी प्रभारी अधीक्षक पैसे लेकर ठेकेदारो का पेमेंट करते है। लेखा विभाग के प्रभारी विनियमित कर्मचारी राजकुमार को विभाग का प्रमुख बना रखा है।
फाईलो पर शहर में अनेको विकास एवं निर्माण कार्य चलते है, किन्तु धरातल पर कोई भी कार्य नही हो रहा है, जिस कारण शहर विकास एवं निर्माण कार्य नही होने से शहर बदहाल हो रहा है और 3 वर्ष से अधिक जमे नगर निगम में जनकार्य, जलकर, राजस्व के अधिक्षक का काम भी प्रतिशत की फाईलो पर चल रहा है । नगर निगम में धांधली का आलम यह है कि, पूर्व योग्यता नही होने पर भी अधिक्षक पर कर बैठे है। आज हि नही पूर्व में भी अनेको अधिकारी एवं कर्मचारी पर लोकायुक्त प्रकरण दर्ज हुए है ।
विगत 15-20 वर्षाे से इन्दौर नगर निगम एवं राज्य शासन में भाजपा काबिज है एवं उनका अधिकारियांे एवं कर्मचारियों पर दबाव नही होने से वह निरंकुश हो रहे है एवं भ्रष्टाचार चरम पर है। जिस कारण इन्दौर शहर के नागरिको से टैक्स के रूप में प्राप्त लाखो रूपये भ्रष्टाचार की भैंट चढ़ रहें है । नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख अलीम ने बताया कि, उनके व्दारा इन्दौर नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार की राज्य शासन एवं केन्द्र शासन को अनेको शिकायत की गई है एवं अनेको प्रकरणो में लोकायुक्त एवं प्रकरण दर्ज करवाये है ।
नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख अलीम ने निगम प्रशासन एवं राज्य शासन से पत्र लिख कर मांग की है कि, इन्दौर नगर निगम के भ्रष्टाचार पर रोक लगाये, आॅनलाईन प्रक्रिया प्रारंभ की जाए । ठेकेदार का पेमेंट, साईड के फोटो अन्य सभी प्रक्रिया आॅनलाईन की जाए ताकि निगम से भ्रष्टाचार खत्म हो । मेरे व्दारा पूर्व में भी भष्ट अधिकारी, और कर्मचारी की पत्र देकर शिकायत की गई है। प्रतिशत पर फाईले आगे बड़ाने पर और पैसा लेकर ठेकेदारो का पेमेंट कराने पर रोक लगाई जाए एवं निगम में पारदर्शी कार्यप्रणाली स्थापित करे ।