इंदौर: इंदौर में कितने दिन का लॉकडाउन लगेगा, उसका स्वरूप किस तरह का होगा .. आज इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। कल क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में डॉक्टरों और विशेषज्ञों की रिपोर्ट को रखते हुए चर्चा की जाएगी कि इंदौर में पिछले दिनों में अचानक कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है और आने वाले दिनों में क्या स्थिति हो सकती है। आज रेसीडेंसी में सांसद , कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें अगर लॉकडाउन घोषित करना पड़े तो उसे किस तरह से लगाया जाए या किसी विशेष क्षेत्रों में प्रतिबंध लागू किए जाएं उसपर ही चर्चा की गई है।
सोशल मीडिया पर जो लॉकडाउन को लेकर मैसेज आ रहे हैं वह सब फर्जी है। अभी लॉकडाउन को लेकर कोई निर्णय नही हुआ है। शासन-प्रशासन के सामने इकोनॉमी का भी मसला है। किसी विशेष क्षेत्र को अवश्य 3 दिन या 5 दिन के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है जिसमे सिंधी कालोनी, जेल रोड, 56 दुकान या मालवा मिल-पाटनीपुरा जैसे इलाके शामिल है, जहां कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही है। सब्जी-फल के ठेले और हर जगह लग रही मंडी को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
कलेक्टर मनीष सिंह का भी कहना है कि इंदौर के कुछ क्षेत्रों में लोग काफी लापरवाही कर रहे है, वहां सख्ती की जरूरत है। अभी अधिक मरीज कोरोना किल अभियान के सर्वे के कारण भी सामने आ रहे है और कुछ मरीज जरूर अन्य क्षेत्रों और ग्रामीण इलाकों से मिल रहे है, जिसके चलते संक्रमण और फैले नही उसके उपाय किये जा रहे है।
.सांसद शंकर लालवानी का भी यही मानना है कि दी जा रही छूट के चलते लोग काफी लापरवाही करने लगे है। लोग अनावश्यक बाहर न निकले और सब्जी, किराना, खान-पान की दुकानों पर भीड़ न लगाएं। लॉकडाउन को लेकर अभी कोई निर्णय नही हुआ है। सीमित तरीके से ही लॉक डाउन किया जा सकता है। हफ्ते भर या 10 दिन का लॉकडाउन सोमवार या मंगलवार से होने जा रहा है, ऐसी सारी खबरें फिलहाल निराधार है।