इंदौर: एकतरफ हमारे जवान चीन से लड़ाई लड़ रहे हैं और हम चीन में बनी राखी ही भाई-बहन के इस त्यौहार पर इस्तेमाल करें और अपने वीर जवानों को भी भेजे ये ठीक नहीं है, ये कहना है सांसद शंकर लालवानी का। सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आव्हान पर काम करते हुए चीन से आने वाली राखियों के बदले स्वदेशी ‘सांसद राखी’ तैयार करवा रहे हैं। इसकी प्रशिक्षण कार्यशाला 10 जुलाई को नरसिंह वाटिका में दोपहर 2:00 बजे रखी गई है।
सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया है इसलिए हमने सामाजिक और आर्थिक रुप से पिछड़ी बहनों से ही राखी बनवाने का निर्णय लिया, ताकि चीन की बनी राखियों की जगह स्वदेशी राखी को बढ़ावा दिया जाए और ये महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन पाएंगी।
महिलाओं को राखी बनाना सिखाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। सांसद राखी को बेचने के लिए दुकानें भी लगाई जाएंगी और ऑनलाइन भी इनकी बिक्री होगी। इससे मिलने वाली राशि राखी बनाने वाली महिलाओं को दी जाएगी।
सांसद ने बताया कि हम इन महिलाओं को राखी बनाने का सामान अपनी तरफ से नि:शुल्क दे रहे हैं और इसे बेचने से होने वाली आय भी इन्हीं महिलाओं को दी जाएगी।
चीन सीमा पर चल रही तनातनी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत के आह्वान के बाद देशभर में चीन का विरोध हो रहा है लेकिन ये पहला मौका है जब किसी सांसद ने इतने बड़े पैमाने पर स्वदेश राखी बनवाने का निर्णय लिया है।