रविवार को सांसद शंकर लालवानी की इतने दिनों की मेहनत रंग लाई और कोविड में अभिभावक को खोने वाले 230 से ज़्यादा बच्चों को स्कूल में एडमिशन मिल गया। जाल सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को सर्टिफिकेट एवं चेक का वितरण किया। इस दौरान सांसद शंकर लालवानी बेहद भावुक नज़र आए। सांसद लालवानी ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि ‘एक बच्ची आई थी और उसने कहा कि वो पढ़ाई जारी नहीं रख पाएगी क्योंकि छोटे भाई-बहनों को पढ़ाना है। इस पर मैंने कहा कि आप भी पढ़ाई करेंगी और आपके भाई-बहन भी पढेंगे।’ सांसद शंकर लालवानी ने कोविड में जान गंवाने वालों को श्रध्दांजलि दी और कहा कि किसी भी समाज और राष्ट्र के निर्माण का आधार शिक्षा ही है। इसलिए जब कोविड में अभिभावकों को गंवाने वाले बच्चों की शिक्षा का सवाल आया तो उन्होंने प्रण किया था कि बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकेगी।
सांसद लालवानी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी धन्यवाद दिया और कहा कि उनसे लगातार काम करने की प्रेरणा मिलती है।सांसद लालवानी ने कहा कि अभी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की व्यवस्था की गई है और बुधवार को कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों के लिए बैठक होगी और जल्द ही उनके एडमिशन की भी व्यवस्था की जाएगी।
सांसद लालवानी ने कहा कि हम जल्द ही नौकरी करने की इच्छुक माताओं-बहनों के लिए उनकी योग्यता के हिसाब से नौकरी की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, बहनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण का भी आयोजन किया जाएगा ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें। कलेक्टर मनीष सिंह ने सांसद लालवानी के इस अभिनव प्रयास की तारीफ की। वहीं समाजसेवी अनिल भंडारी ने कहा कि ‘सांसद शंकर लालवानी ने ये बहुत बड़ा काम हाथ में लिया और इतने कम समय में इसे पूरा भी कर लिया। ऐसा करने वाले वे देश के एकमात्र सांसद है।’
इस मौके पर कई बच्चों और पेरेंट्स ने सांसद लालवानी को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि अब उन्हें बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद जागी है। कार्यक्रम में उपस्थित पालकों और बच्चों ने सांसद शंकर लालवानी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। कई बच्चों ने कहा कि उन्होंने कोविड में अपने पिता को खोया है लेकिन सांसद शंकर लालवानी के रुप में अभिभावक मिल गए हैं। इस अवसर पर कलेक्टर मनीष सिंह, और कमेटी के सदस्य समाजसेवी अनिल भंडारी, केतन भंडारी, सावन लड्ढा, विशाल गिदवानी, यूके झा, आरके शर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अनिल भंडारी और आभार प्रदर्शन सावन लड्ढा ने किया।