वाणिज्य और उद्योग, रेल तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने बड़े पैमाने वाली 20 अवसंरचना परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने इस समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और इस दौरान इन परियोजनाओं से सम्बंधित मुद्दों के समाधान के लिये परियोजना निगरानी समूह (पीएमजी) के साथ चर्चा की। यह बैठक 29 जून, 2021 को बुलाई गई थी। वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के सचिव, बिहार, हरियाणा और तमिलनाडु के मुख्य सचिव तथा महाराष्ट्र के अवर मुख्य सचिव (उद्योग) ने वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक में हिस्सा लिया।
बैठक में रेल; पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस; सड़क यातायात और राजमार्ग; पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे प्रमुख मंत्रालयों के आला अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया तथा इन महत्त्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति और समय पर उनको पूरा करने की राह में आने वाली बाधाओं पर चर्चा की।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने 20 महत्त्वपूर्ण अवसंरचना परियोजनाओं से जुड़े 59 मुद्दों की समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि इन परियोजनाओं में लगभग 2.7 लाख करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है। इनमें वे 11 परियोजनायें भी शामिल थीं, जिनकी समीक्षा प्रधानमंत्री प्रगति के तहत पहले कर चुके हैं।
जिन परियोजनाओं की समीक्षा की गई, उनमें कुछ प्रमुख परियोजनायें इस प्रकार हैः
पूर्वी और पश्चिमी रूट पर समर्पित माल गलियारे से रेल द्वारा माल ढुलाई की क्षमता बढ़ेगी और जंक्शनों पर औद्योगिक ज़ोन स्थापित किये जायेंगे।
अमृतसर–कोलकाता औद्योगिक गलियारा सात राज्यों से गुजरता है। यह पूर्वी समर्पित माल गलियारे के आसपास के इलाकों में औद्योगिक इकाइयों के विकास में सहयोग करेगा।
गोयल ने आवश्यक निर्देश दिये और उन्होंने परियोजनाओं के वक्त पर चालू होने से जुड़े मुद्दों को जल्द से जल्द निपटाने की समय-सीमा भी तय कर दी। उन्होंने यह भी कहा कि उन सभी अवसंरचना परियोजनाओं की नियमित रूप से बहुस्तरीय निगरानी की जाती रहे, जो परियोजनायें देश की आर्थिक प्रगति और रोजगार सृजन के लिये अहम हैं।