हिंदू मान्यताओं के अनुसार सावन महीने का काफी ज्यादा महत्त्व माना जाता है। सावन के महीने में भोले अपने भक्तों से प्रसन्न रहते हैं। सावन कई ऐसी तिथियां आती हैं जो इस महीने में और भी ज्यादा खास हो जाती हैं। इस बार सावन जुलाई में शुरू होने वाले है। इस बार श्रावण मास की शुरूआत 6 जुलाई से हो रही है और इसका समापन 3 अगस्त को होगा। इस श्रावण एक अद्भुत संयोग बन रहा है। क्यों की इस सावन की शुरुआत पहले सोमवार से हो रही है। वहीं सावन का अंतिम दिन भी सोमवार का ही दिन है।
आपको बता दे, श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है वहीं कुछ उपायों से हम शिव जी को प्रसन्न कर अपनी बाधाएं दूर कर सकते है। आज हम आपको ऐसा ही एक उपाय बताने जा रहे है जो चावल द्वारा किया जाता है। आपको बता दे, चावल को खाने के लिए ही नहीं बल्कि धार्मिक कार्यों में भी सबसे ज्यादा महत्व रखता हैं। चावल को हम हर पूजा में उपयोग करते हैं। खास कर ग्रहों की पूजा के लिए चावल को सबसे ज्यादा मान्यता दी गई हैं। वहीं चावल के कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिन्हे आजमाकर हम अपनी किस्मत को भी बदल सकते हैं।
शिव मंदिर में पूजा कर गरीब को करें दान-
सबसे पहले पूर्णिमा के बाद आने वाले सोमवार को आधा किलो चावल को घर के नजदीक किसी भी शिव मंदिर में जाकर पूजा करते हुए एक मुठ्ठी चावल को शिवलिंग पर चढ़ा दें इसके बाद बचे हुए चावल को किसी भी गरीब को दान कर दें। इस उपाय को लगातार 5 सोमवार तक करने से भगवान शिव खुश होते हैं और साथ ही आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा भी करते हैं। पैसों के बिच में आने वाली सभी समस्याओं को खत्म कर सफलता के नए रास्ते खुल जाते हैं।
यह उपाय बदलेगा आपकी किस्मत –
यदि आपके घर में पर्याप्त पैसा आने के बाद भी घर में बरकत नहीं बन रही हैं या आपके खर्चे आपकी आमदनी से भी ज्यादा हैं तो अपनी इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको चावल के इस उपाय को जरुर करना चाहिए। इसके लिए किसी भी शुभ मुहूर्त के दिन जैसे- अक्षय तृतीया, दीपावली, अथवा पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद एक साफ लाल रंग का कपड़ा लें। अब इस कपड़े पर चावल के 21 दाने रखे।
इसके बाद आप इसे मां लक्ष्मी के सामने रख कर विधि विधान से पूजर करें और पूजा होने के बाद इस कपड़े को चावल समेत बांध लें और फिर इसे मां लक्ष्मी के चरणों में समर्पित करें। इस उपाय को करने से आपकी सभी मनोकामना तो पूरी होती ही हैं साथ ही आप पर आने वाली सभी अड़चने भी दूर होती हैं।