ट्रंप की टीम में भारतीयों का दबदबा, व्हाइट हाउस में इस नए चेहरे की एंट्री

Author Picture
By Srashti BisenPublished On: January 25, 2025

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के कई प्रमुख व्यक्तियों को अपनी टीम में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी हैं। इसी क्रम में ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी पूर्व पत्रकार कुश देसाई को अपना डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी नियुक्त किया है। व्हाइट हाउस ने इस नियुक्ति की घोषणा की, जिससे ट्रंप की टीम में भारतीय मूल के लोगों की अहम उपस्थिति और बढ़ गई है।

कुश देसाई इससे पहले रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के लिए डिप्टी कम्युनिकेशन डायरेक्टर और आयोवा रिपब्लिकन पार्टी के कम्युनिकेशन डायरेक्टर के रूप में कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा वह रिपब्लिकन नेशनल कमेटी में डिप्टी बैटलग्राउंड स्टेट्स और पेंसिल्वेनिया कम्युनिकेशंस डायरेक्टर भी रहे थे। इस भूमिका में उन्होंने पेंसिल्वेनिया जैसे अहम बैटलग्राउंड स्टेट्स में मैसेजिंग और नैरेटिव सेट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसके परिणामस्वरूप ट्रंप ने उन राज्यों में जीत हासिल की थी।

ट्रंप की टीम में अन्य भारतीय मूल के सदस्य

ट्रंप की टीम में भारतीयों का दबदबा, व्हाइट हाउस में इस नए चेहरे की एंट्री

ट्रंप ने अपनी टीम में कई अन्य भारतीय-अमेरिकियों को भी महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया है। इनमें प्रमुख नाम हैं:

  • काश पटेल – ट्रंप ने काश पटेल को एफबीआई का नया चीफ नियुक्त किया है।
  • विवेक रामास्वामी – विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) में नियुक्त किया गया है, जहां उनका मुख्य काम सरकार को सलाह देना होगा।
  • जय भट्टाचार्य – ट्रंप ने जय भट्टाचार्य को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) का निदेशक बनाया है।
  • तुलसी गबार्ड – तुलसी गबार्ड को नेशनल इंटेलिजेंस का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है, वह हाल ही में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़कर रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुई थीं।
  • हरमीत के ढिल्लों – ट्रंप ने हरमीत के ढिल्लों को न्याय विभाग में सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्त किया है।

डोनाल्ड ट्रंप का दूसरा कार्यकाल

डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी, और यह उनका दूसरा कार्यकाल है। ट्रंप ने 2016 से 2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था, और सत्ता संभालते ही उन्होंने कई कड़े और ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। उनके प्रशासन में भारतीय मूल के व्यक्तियों को प्रमुख स्थान मिल रहा है, जो अमेरिका में भारतीय समुदाय की बढ़ती ताकत और प्रभाव को दर्शाता है।