हिंदू धर्म में शादी को केवल दो इंसानों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का मिलन माना गया है। यह बंधन वादों, भावनाओं और साझी ज़िंदगी की शुरुआत है। समय के साथ इस परंपरा में भी बदलाव आया है। आजकल जहां अरेंज मैरिज में परिवार की सहमति सबसे महत्वपूर्ण होती है, वहीं लव मैरिज में प्रेमी जोड़े खुद अपना जीवनसाथी चुनते हैं।
अंक शास्त्र: प्रेम और शादी का कनेक्शन
ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के माध्यम से शादी की संभावनाएं देखी जाती हैं। इसी तरह अंक शास्त्र (न्यूमेरोलॉजी) भी हमारे जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करता है। अंक शास्त्र के अनुसार, जन्मतिथि के आधार पर यह बताया जा सकता है कि किसी व्यक्ति की लव मैरिज होने की संभावना कितनी अधिक है। आइए, जानते हैं विभिन्न मूलांकों और उनकी खासियत के बारे में।
मूलांक 2: चंद्रमा की शीतल छाया वाले भावुक प्रेमी
यदि आपकी जन्मतिथि 2, 11, 20 या 29 है, तो आप चंद्रमा के प्रभाव में हैं। चंद्रमा मन और भावनाओं का प्रतीक है। ऐसे लोग बेहद संवेदनशील और रोमांटिक होते हैं। अपने पार्टनर को खुश रखने के लिए ये हर संभव प्रयास करते हैं। इनकी लव मैरिज की संभावना काफी अधिक होती है, क्योंकि ये अपने रिश्ते में सच्चाई और गहराई लाते हैं।
मूलांक 4: राहु का विद्रोही अंदाज़
जिनकी जन्मतिथि 4, 13, 22 या 31 है, वे राहु के प्रभाव में आते हैं। राहु व्यक्ति को समाज के नियमों से हटकर कुछ अलग करने की हिम्मत देता है। ऐसे लोग जब किसी को पसंद करते हैं, तो उनसे शादी करने के लिए हर मुश्किल का सामना करने को तैयार रहते हैं।
मूलांक 6: शुक्र का आकर्षण और प्रेम का प्रतीक
6, 15 और 24 तारीख को जन्म लेने वाले लोग शुक्र ग्रह से जुड़े होते हैं, जिसे प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक माना गया है। ये लोग बेहद आकर्षक होते हैं और अपनी बातों से किसी का भी दिल जीत सकते हैं। मूलांक 6 वाले व्यक्तियों को सच्चा प्यार बहुत जल्दी मिल जाता है और ये अक्सर अपने प्रेम को शादी के मुकाम तक ले जाते हैं।
मूलांक 9: मंगल का साहस और समर्पण
जिन लोगों का जन्म 9, 18 या 27 तारीख को हुआ है, वे मंगल ग्रह के प्रभाव में होते हैं। ये साहसी और मेहनती होते हैं। यदि ये किसी से प्रेम करते हैं, तो उस रिश्ते को निभाने और शादी तक पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं। इनकी लव मैरिज की संभावना भी काफी अधिक होती है।
क्या आपकी जन्मतिथि आपके प्यार का इशारा करती है?
हर व्यक्ति की प्रेम कहानी अलग होती है। चाहे लव मैरिज हो या अरेंज, सबसे ज़रूरी है एक-दूसरे के प्रति सम्मान और समर्पण। अंक शास्त्र सिर्फ एक झलक देता है, जबकि असली रिश्ता आपकी भावनाओं और प्रयासों पर निर्भर करता है।