साध्वी ऋतंभरा ने विदेशी नए साल के जश्न पर जताई आपत्ति, बोलीं ‘शराब और नंगा नाच कहां तक उचित ?’

Author Picture
By Abhishek SinghPublished On: December 31, 2024

सोमवार को साध्वी ऋतंभरा इंदौर पहुंचीं, जहां उन्होंने संगम नगर क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने नए साल के जश्न पर सवाल उठाए। साध्वी ने कहा कि सनातन धर्म में नया साल वर्ष प्रतिपदा से आरंभ होता है।


उस समय धरती हरे-पीले रंगों की चादर से ढकी रहती है, और प्रकृति अपनी अद्भुत छटा बिखेरती है। उस अवसर पर देवी भगवती की उपासना के साथ हिंदू परिवार अपनी आंतरिक और बाहरी पवित्रता को साकार करते हैं। यही सनातन धर्म की परंपरा है।

विदेशी नए साल के जश्न के तरीके पर साध्वी ने उठाए सवाल

साध्वी ने कहा कि 31 दिसंबर की आधी रात को शराब पीकर सड़कों पर बोतलें फोड़ना और अशोभनीय आचरण करना किस हद तक उचित है? हम इस तरह के व्यवहार का विरोध करते हैं, क्योंकि इस दौरान सड़कों पर हादसे भी होते हैं। विदेशी नया साल मनाना गलत नहीं है, लेकिन इसे मनाने का एक मर्यादित तरीका होना चाहिए। विदेशी नए साल और हिंदू नववर्ष के उत्सव के तरीकों में बड़ा अंतर है। हिंदू नववर्ष, वर्ष प्रतिपदा के समय, उपवास और पूजन के साथ आध्यात्मिकता और पवित्रता का प्रतीक होता है।

साध्वी ने कहा कि यह सकारात्मक संकेत है कि अब देशवासी जागरूक हो रहे हैं और ऐसे विषयों पर चर्चा करने लगे हैं। साध्वी ऋतंभरा का मंत्री तुलसी सिलावट और लक्की अवस्थी ने सम्मानपूर्वक स्वागत किया।