Indore News : लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, सहायक प्रबंधक के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में कई ठिकानों पर छापा

srashti
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Indore News : लोकायुक्त पुलिस ने इंदौर, धार और मानपुर में एक साथ बड़ी कार्रवाई करते हुए आदिम जाति मर्यादित सहकारी संस्था पीथमपुर में पदस्थ सहायक प्रबंधक कनीराम मंडलोई के घर पर छापा मारा। यह कार्रवाई लोकायुक्त द्वारा दायर एक शिकायत पर आधारित थी, जिसमें मंडलोई और उनके परिवार पर आय से अधिक संपत्ति जमा करने का आरोप था।

लोकायुक्त ने पांच ठिकानों पर की छापेमारी

लोकायुक्त की पुलिस टीम ने इस मामले में इंदौर, धार और मानपुर के पांच ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। जांच के दौरान कई संपत्तियों की रजिस्ट्री मिली, जिससे यह साबित हुआ कि सहायक प्रबंधक कनीराम मंडलोई और उनके परिवार ने अपनी आय से कहीं अधिक संपत्ति जमा की थी।

5.6 करोड़ रुपये की संपत्ति मिली

लोकायुक्त पुलिस के अनुसार, कनीराम मंडलोई और उनके भाई हेम सिंह, करण सिंह और दिनेश सिंह ने कुल ₹5,60,02,400 की संपत्ति अर्जित की। इन आरोपियों की ज्ञात आय ₹3,02,80,000 थी, जो कि उनकी कुल संपत्ति के मुकाबले लगभग 84.95% अधिक थी। यह संपत्ति उनके घोषित आय स्रोतों से कहीं अधिक थी, जिससे उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप साबित हो गए।

कनीराम मंडलोई के ठिकानों पर छापेमारी की गई

लोकायुक्त की टीम ने कनीराम मंडलोई के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की। इसमें उनके घर ग्राम जमनिया (जिला धार), हेम सिंह के मकान अलंकार पैलेस (इंदौर), छोटे जमनिया (जिला धार) स्थित फार्म हाउस, श्री कृष्ण कॉलोनी (धार) और उनके भांजे करण के घर पर मानपुर में छापे शामिल हैं।

आरोपियों और उनके परिवार के खिलाफ FIR दर्ज

लोकायुक्त पुलिस ने छापेमारी के दौरान प्राप्त सबूतों के आधार पर आरोपियों और उनके परिवार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में अपराध पंजीबद्ध किया और तलाशी वारंट प्राप्त किया। पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त, जयदीप प्रसाद के निर्देशन में यह कार्रवाई की जा रही है, जिसमें पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर, राजेश सहाय की टीम सक्रिय रूप से शामिल है।

अब इस मामले में आगे की जांच जारी है, और लोकायुक्त पुलिस टीम आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की तैयारी में है। इस कार्रवाई के बाद से सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच यह संदेश जा रहा है कि भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ लोकायुक्त की टीम सख्त है।