इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का शुक्रवार को गुरुग्राम में निधन हो गया। वह 89 साल के थे। पार्टी प्रवक्ता के मुताबिक, ओम प्रकाश चौटाला को दिल का दौरा पड़ा था और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनकी असामयिक मृत्यु ने हरियाणा की राजनीति को एक बड़ा धक्का दिया है।
5 बार CM, 7 बार MLA रहे ओम प्रकाश चौटाला
ओम प्रकाश चौटाला ने पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका पहला कार्यकाल 2 दिसंबर 1989 से शुरू हुआ, जब उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला। इसके बाद, उनका राजनीतिक सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा। चौटाला ने 1990, 1991, 1999, और 2000 में मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत की। उनका पांचवां कार्यकाल 2000 से 2005 तक रहा, जिसमें उन्होंने पूरे पांच साल मुख्यमंत्री के रूप में पूरे किए।
इनेलो पार्टी की नींव
ओम प्रकाश चौटाला ने 1996 में ‘हरियाणा लोक दल (राष्ट्रीय)’ नामक एक नई पार्टी की स्थापना की, जो बाद में 1998 में बसपा के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनावों में सफल हुई। फिर 1999 में इस पार्टी का नाम बदलकर इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) कर दिया गया। इनेलो ने राज्य की राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत की और चौटाला परिवार की राजनीतिक धारा को आगे बढ़ाया।
चौटाला परिवार का इतिहास
ओम प्रकाश चौटाला के परिवार में उनकी पत्नी स्नेह लता चौटाला, जिनका 2019 में निधन हो गया था, और उनके दो बेटे अजय चौटाला और अभय चौटाला शामिल हैं। दोनों बेटे भी राजनीति में सक्रिय हैं। इसके अलावा, चौटाला की तीन बेटियाँ, सुचित्रा, सुनीता और अंजलि भी हैं, और उनके तीन भाई भी राजनीति में शामिल हैं।
जेल भी गए हैं ओम प्रकाश चौटाला
ओम प्रकाश चौटाला का जीवन विवादों से भी अछूता नहीं रहा। 2012 में जेबीटी भर्ती घोटाले में उन्हें दोषी ठहराया गया था, जिसमें उन्होंने हजारों शिक्षकों से लाखों रुपये वसूले थे। इस घोटाले के कारण उन्हें दस साल की सजा सुनाई गई और तिहाड़ जेल में उन्हें 9 साल से ज्यादा समय बिताना पड़ा। जेल में रहते हुए उन्होंने अपनी शिक्षा को प्राथमिकता दी और दसवीं कक्षा की परीक्षा पास की, जो उनके लिए व्यक्तिगत सम्मान का मुद्दा था। उनकी इस जज्बे पर आधारित फिल्म ‘दसवीं’ बनाई गई, जिसमें अभिषेक बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई।
कितनी हैं ओम प्रकाश चौटाला की सम्पति
ओम प्रकाश चौटाला के पास हजारों करोड़ की संपत्ति होने का दावा किया जाता है। सीबीआई ने उनके खिलाफ 1467 करोड़ रुपये की संपत्ति के मामले में चार्जशीट दायर की थी, जिसमें उनकी 80 से अधिक संपत्तियाँ शामिल थीं। हालांकि, उनके समर्थक इसे राजनीतिक द्वेष का परिणाम मानते थे।
ओम प्रकाश चौटाला की राजनीतिक यात्रा संघर्ष, सत्ता और विवादों का एक मिश्रण रही। उनका राजनीतिक करियर कभी आसान नहीं रहा, लेकिन उनके परिवार का राज्य की राजनीति में मजबूत वर्चस्व था। चौटाला का जीवन कई पहलुओं से भरा था, जिसमें उनकी कड़ी मेहनत, जेल में रहते हुए परीक्षा पास करने की जिद, और उनके राजनीतिक संघर्ष शामिल हैं।