भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अचानक ही इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान किया है। यह फैसला भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि उन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच में यह कदम उठाया। अश्विन ने इस सीरीज में अभी तक केवल एक मैच खेला था और उनके खाते में एक विकेट था। तीसरे टेस्ट के बाद उनकी जगह रवींद्र जडेजा को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया और इसके साथ ही अश्विन का अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त हो गया।
अश्विन ने दोहराई धोनी की कहानी
रविचंद्रन अश्विन का रिटायरमेंट एमएस धोनी के रिटायरमेंट से काफी हद तक मेल खाता है। महेंद्र सिंह धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया था, और तब भी टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी। उस समय तीसरे टेस्ट के बाद धोनी ने अचानक रिटायरमेंट का ऐलान किया था और वे अपनी टेस्ट क्रिकेट यात्रा वहीं पर खत्म कर चुके थे। इस सीरीज में भी तीसरा टेस्ट ड्रॉ हुआ था और चौथा और अंतिम टेस्ट सिडनी में खेला जाना था।
अब 10 साल बाद, रविचंद्रन अश्विन ने भी धोनी की तरह टेस्ट क्रिकेट से अचानक अलविदा ले लिया। जैसे ही अश्विन ने रिटायरमेंट की घोषणा की, उन्होंने आगे कोई भी मैच खेलने का निर्णय नहीं लिया। वे भी इस सीरीज का आखिरी टेस्ट नहीं खेलेंगे, जैसा कि धोनी ने किया था। इस प्रकार, दोनों के संन्यास की कहानी में बहुत सी समानताएं हैं, जो फैंस को चौंका देती हैं।
IPL में धोनी के साथ फिर से दिखेंगे अश्विन
एक दिलचस्प बात यह है कि भले ही अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ दिया हो, लेकिन वे आईपीएल में अभी भी खेलते हुए दिखाई देंगे। इस साल की आईपीएल नीलामी में उन्हें उनके पुराने साथी महेंद्र सिंह धोनी की टीम, चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) ने अपनी टीम में शामिल किया है। इसका मतलब है कि अश्विन और धोनी एक बार फिर से पीली जर्सी में एक साथ खेलते हुए नजर आएंगे।