Mahakumbh 2025 : प्रयागराज महाकुंभ एक बार फिर विवादों के घेरे में है, जब अखाड़ा परिषद द्वारा महाकुंभ में गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने के बाद अब नागा संन्यासियों ने भी अपनी गाइडलाइन जारी कर दी है। इस गाइडलाइन के तहत, महाकुंभ क्षेत्र में केवल उन्हीं आगंतुकों को प्रवेश मिलेगा जिनके माथे पर तिलक और कलाई में कलावा होगा।
मेले में गैर सनातनियों को प्रवेश की अनुमति नहीं
जूना अखाड़े के नागा संन्यासी शंकर भारती ने स्पष्ट किया कि यह कदम हिंदू धर्म की शुचिता और पवित्रता की रक्षा के लिए उठाया गया है। उनका कहना है कि हाल ही में हुई कुछ घटनाओं के कारण इस निर्णय की आवश्यकता महसूस हुई। उन्होंने चेतावनी दी कि गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात
नागा संन्यासियों ने यह भी कहा कि महाकुंभ के सभी प्रवेश द्वारों पर पुलिस तैनात की जाएगी, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है। यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी।
महिला संन्यासियों की भी समर्थन
महिला संन्यासी दिव्या गिरी ने इस गाइडलाइन का समर्थन किया और यह बताया कि महिला अखाड़ों में भी यही व्यवस्था लागू होगी। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि अखाड़े के बाहर एक महिला संत तैनात रहेंगी, जो आगंतुकों को माथे पर तिलक लगाकर ही प्रवेश देंगी।नागा संन्यासियों ने स्पष्ट किया कि यह कदम भारतीय संस्कृति और संगम नगरी की पवित्रता को बनाए रखने के लिए उठाया गया है। उनका कहना है कि उनके अखाड़े और संत महाकुंभ क्षेत्र की निगरानी करेंगे और अगर कोई गैर सनातनी धार्मिक भावना के खिलाफ काम करता है तो उसे पकड़ कर सजा दी जाएगी।
पहले भी किया गया था ऐलान
इससे पहले भी अखाड़ा परिषद ने महाकुंभ में गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक लगाने का ऐलान किया था। अब नागा संन्यासियों ने इस पहल को समर्थन देते हुए इसे प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।